मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास को नई दिशा मिल रही है। चार संभागों में सफल आरआईसी के बाद आज रीवा में 5वीं आरआईसी आयोजित की जा रही है। सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य विंध्य क्षेत्र को निवेश और औद्योगिक अवसरों के केंद्र्र के रूप में स्थापित करना है। वर्ष 2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष घोषित किया गया है, इसके देखते हुए प्रदेश में हुई आरआईसी को महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में देखा जा रहा है।
इन्वेस्टर्स के साथ लोकल उद्यमियों पर फोकस, रोकेंगे ब्रेन ड्रेन: सीएम
रीवा में प्रदेश की पांचवीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का सीएम डॉ. मोहन यादव ने शुभारंभ किया। कृष्णा राजकपूर आॅडिटोरियम में हो रहे आयोजन में 4 हजार से ज्यादा उद्यमी शामिल हो रहे हैं। इनमें 50 से ज्यादा बड़े निवेशक और 3 हजार एमएसएमई उद्यमी शामिल हैं। कार्यक्रम में शामिल होने से पहले सीएम ने पत्रकारों से कहा 5वीं कांन्क्लेव सबसे ज्यादा सफल होगी। हमारा फोकस लोकस उद्यमियों पर है। हमारा प्रयास है कि युवा प्रतिभाओं को बाहर जाने से रोका जा सके। सीएम ने कहा प्रदेश सरकार लगातार प्रदेश के औद्योगिक निवेश और रोजगार की दिशा में लगातार युवाओं को अवसर मिले, हमारे हर युवा के हाथ में काम मिले इसलिए सभी सेक्टर में समान रूप से काम कर रही है।
खासकर के हमारे आईटी का सेक्टर हो या एमएसएमई उद्योग का सेक्टर हो, हेवी इंडस्ट्री से लेकर फूड इंडस्ट्री तक सभी क्षेत्रों में लगातार रोजगार निवेश के अभियान में हम लगे हैं। कॉन्क्लेव का मुख्य फोकस खनन, ऊर्जा, कृषि, डेयरी, खाद्य प्रसंस्करण, पर्यटन और हस्तशिल्प में निवेश पर है। उद्घाटन सत्र में सीएम डॉ. मोहन यादव 20 उद्योगपतियों से वन-टू-वन संवाद कर रहे हैं। सीएम सेक्टरवार सत्रों में भी शामिल होंगे। औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन, एमएसएमई, आइटी, खनन, ऊर्जा और पर्यटन विभाग यहां की खूबी बताएंगे। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा पर राउंडटेबल-सत्र होगा।
वाइब्रेंट विंध्य
1. 20 निवेशक से सीएम की वन-टू-वन चर्चा
2. 20 औद्योगिक प्रतिष्ठानों का भूमि पूजन
3. 80 इन्वेस्टर्स को भूमि आवंटन पत्र वितरित
आईटी पार्क और चुरहटा औद्योगिक क्षेत्र में विद्युत उपकेंद्र का वर्चुअली भूमिपूजन
रीवा कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री मोहन यादव से 20 से अधिक निवेशक वन-टू-वन बैठक कर रहे हैं जिससे सरकार और निवेशकों के बीच सीधा संवाद स्थापित हुआ। साथ ही मुख्यमंत्री रीवा आईटी पार्क और चुरहटा औद्योगिक क्षेत्र में विद्युत उपकेंद्र सहित 20 से अधिक औद्योगिक प्रतिष्ठानों का वर्चुअल भूमि पूजन करेंगे। इसके अलावा, 80 से अधिक निवेशकों को भूमि आवंटन पत्र भी वितरित किए जाएंगे, जो प्रदेश में निवेश की प्रक्रिया को और सरल बनाएंगे।
चार कॉन्क्लेव में 2.45 लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि रीवा से पहले उज्जैन, जबलपुर, सागर और ग्वालियर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव हो चुका है। इनमें 2.45 लाख करोड़ रुपए का औद्योगिक निवेश प्राप्त हो चुका है, जिससे 3 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे। सीएम ने कॉन्क्लेव को प्रदेश के लिए एक बड़ा अवसर बताते हुए कहा कि यह कॉन्क्लेव अब तक की सबसे सफल होगी।
ओडीओपी और जी-2-सी प्रदर्शनी में उद्यमियों को नीतियों और योजनाओं की जानकारी
कॉन्क्लेव में ओडीओपी (एक जिला-एक उत्पाद) और जी-2-सी (सरकार से नागरिक) स्टॉल भी स्थापित किए गये है। इनमें एमपी इंडस्ट्रियल डेवेलपमेंट कॉपोर्रेशन, एमपी स्टेट इलेक्ट्रॉनिक डेवेलपमेंट कॉपोर्रेशन, डायरेक्टोरेट आॅफ फॉरेन ट्रेड, कस्टम विभाग, ईसीजीसी लिमिटेड, फेडरेशन आॅफ इंडियन एक्सपोर्ट और हस्तशिल्प विकास निगम सहित 16 से अधिक विभाग और संस्थान शामिल हैं। यहां प्रदर्शनी में उद्यमियों को सरकारी योजनाओं और नीतियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।