टेस्ट सीरीज में हार के बाद टीम मैनेजमेंट हुआ सख्त
न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे टेस्ट में मिली हार के बाद भारतीय टीम मैनेजमेंट ने सख्त रुख अपनाया है। भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीसरा और आखिरी टेस्ट मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 1 नवंबर से खेला जाना है। इस मैच से पहले दो दिन भारत के ट्रेनिंग सेशन होंगे, जिसमें हर खिलाड़ी का होना जरूरी है। किसी भी खिलाड़ी को यह ट्रेनिंग सेशन मिस करने की इजाजत नहीं है। ऐसे में रोहित शर्मा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह जैसे सीनियर खिलाड़ियों को भी दीवाली के दिन आराम नहीं मिलेगा।
बता दें, न्यूजीलैंड सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना चुका है, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है। अभी तक ऐसा होता था कि मैच से पहले खिलाड़ियों को तरोताजा रखने के लिए टीम मैनेजमेंट वैकल्पिक ट्रेनिंग सेशन रखता था। ऐसे में जिन खिलाड़ियों को प्रैक्टिस की जरूर होती थी वह मैदान पर आता था, नहीं तो बाकी खिलाड़ी आराम करते थे। मगर सीरीज के पहले दो मुकाबले हारने के बाद मैनेजमेंट ने सख्त रुख अपनाते हुए खिलाड़ियों को आराम ना देने का फैसला किया है। रिपोर्ट के अनुसार सभी खिलाड़ियों को 1 नवंबर को शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट से पहले दो अभ्यास सत्रों में भाग लेने का निर्देश दिया गया है। सूत्र ने बताया,टीम मैनेजमेंट ने खिलाड़ियों को 30 और 31 अक्टूबर को दो दिन के अभ्यास के लिए उपस्थित रहने को कहा है। यह अनिवार्य है और कोई भी इसे छोड़ नहीं सकता।
रोहित शर्मा और विराट कोहली की फॉर्म ने बढ़ाई भारत की चिंता
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली की खराब फॉर्म ने भारत की चिंता बढ़ा दी हैं। पुणे टेस्ट में विराट कोहली दोनों पारियों में कुल 18 रन ही बना सके। शुरूआती दो मैचों में उनका बल्ला नहीं चला, सिर्फ 70 रन की एक पारी छोड़ दें तो जुलाई 2023 के बाद से उनके बल्ले से कोई टेस्ट शतक देखने की नहीं मिला है। वहीं घरेलू जमीन पर टेस्ट में भारतीय ओपनरों में सबसे खराब औसत रोहित शर्मा का ही है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैचों में उनका औसत 15.50 का रहा है। रोहित ने न्यूजीलैंड के रोहित ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अब तक चार पारियां मिलाकर 62 रन बनाए हैं। बेंगलुरू टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने 52 रनों की पारी खेली थी, लेकिन इसके अलावा तीन पारियों में उनका बल्ला खामोश ही रहा। रोहित ने पिछली आठ टेस्ट पारियों में सिर्फ दो बार दहाई अंक का आंकड़ा पार किया है। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ अर्धशतकीय पारी के अलावा बांग्लादेश के खिलाफ 23 रन की पारी खेली थी।
डब्ल्यूटीसी पॉइंट्स टेबल में भारत की बादशाहत को खतरा, आखिरी टेस्ट जीतना जरूरी
न्यूजीलैंड सीरीज से पहले भारत का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल का सफर जितना आसान नजर आ रहा था, अब पहले दो टेस्ट मैचों में कीवी टीम से हारने के बाद यही सफर उतना कठिन दिख रहा है। डब्ल्यूटीसी पॉइंट्स टेबल में भारत के खाते में 74.24 प्रतिशत अंक थे और टीम इंडिया पहले स्थान पर था। हालांकि बेंगलुरु और पुणे में मिली हार के बावजूद भारत नंबर-1 की पोजिशन पर है, मगर उनका जीत का प्रतिशत घटकर 62.82 का रहा गया है। भारत और लिस्ट में नंबर-2 पर बैठी ऑस्ट्रेलियाई टीम के बीच अब मामूली सा अंतर रह गया है।
कंगारुओं के नाम 62.50 प्रतिशत अंक है। भारत को अगले महीने 5 मैच की बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है। अगर टीम इंडिया को डब्ल्यूटीसी पॉइंट्स टेबल में नंबर-1 बने रहकर इस सीरीज का आगाज करना है तो न्यूजीलैंड को सीरीज के तीसरे और आखिरी टेस्ट में हर हाल में मात देनी होगी। भारत अब एक और हार बर्दाश्त नहीं कर सकता। अगर न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट में भी टीम इंडिया हारती है तो वह डब्ल्यूटीसी पॉइंट्स टेबल में अपनी बादशाहत खो सकती है।
पुणे टेस्ट हारने के बाद भारत के खाते में 13 मैचों में 98 अंक है, अगर मुंबई में खेले जाने वाले तीसरे और आखिरी टेस्ट में भी टीम इंडिया को हार मिलती है तो उनका जीत का प्रतिशत 58.33 प्रतिशत रह जाएगा। ऐसे में टीम डब्ल्यूटीसी पॉइंट्स टेबल में तो पहला पायदान खोएगी ही साथ ही उनके फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को भी तगड़ा झटका लगेगा। वहीं अगर इंडिया वर्सेस न्यूजीलैंड तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहता है तो दोनों टीमों में 4-4 अंक बांटे जाएंगे। इस स्थिति में भारत दूसरे नंबर पर आ जाएगा।