कप्तान बनने के दावेदारों की रेस में सबसे आगे हैं हार्दिक
29 जून को भारत ने दूसरी बार टी-20 वर्ल्ड कप जीता चैंपियन बनते ही टीम के 3 दिग्गजों ने टी-20 इंटरनेशनल को अलविदा कह दिया, इनमें विराट कोहली और रवींद्र जडेजा के साथ कप्तान रोहित शर्मा भी रहे। अब हमें अगला टी-20 वर्ल्ड कप कौन सा कप्तान जिताएगा क्या वह ‘फाइनल चेंजिंग’ कैच पकड़ने वाले सूर्यकुमार यादव होंगे। खतरनाक साबित हो रहे क्लासन और मिलर को पवेलियन भेजने वाले हार्दिक पंड्या होंगे, ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ जसप्रीत बुमराह या फिर मौत को मात देकर वर्ल्ड चैंपियन बनने वाले ‘मिरेकल मैन’ ऋषभ पंत होंगे।
हार्दिक पंड्या के पास टी-20 इंटरनेशनल में 100 मैचों का अनुभव
हार्दिक पंड्या कप्तान बनने के दावेदारों की रेस में सबसे आगे हैं। उनके पास टी-20 इंटरनेशनल में 100 मैचों का अनुभव है, जो अन्य किसी दावेदार के पास नहीं है। पंड्या ने 16 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में भारत की कप्तानी की है, इनमें से टीम ने 10 मुकाबले जीते। गुजरात को पहले सीजन में आईपीएल चैंपियन बनाया हार्दिक ने अपनी लीडरशिप स्किल से
गुजरात टाइटंस को पहले ही सीजन में आईपीएल 2022 का चैंपियन बना दिया। 2023 में भी खुद को साबित किया और टीम को लगातार दूसरे फाइनल में पहुंचाया, हालांकि टीम रनर-अप रही। 90% बाइलेटरल सीरीज में भारत को जीत दिलाई पंड्या ने 5 बाइलेटरल सीरीज में भारतीय टीम की कप्तानी की है। इनमें से भारतीय टीम ने 4 में जीत हासिल की है। टीम को सिर्फ एक सीरीज में हार का सामना करना पड़ा।
एक्सीडेंट के महज डेढ़ साल में इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की ऋषभ पंत ने
जीत का जबर्दस्त जज्बा पंत को भारतीय कप्तानों की रेस का दावेदार बनाता है। वे आज से 18 महीने पहले अस्पताल में थे और जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे थे, उनका कार एक्सीडेंट हुआ था। तब किसी ने नहीं सोचा था कि पंत भारत की टी-20 वर्ल्ड कप विनिंग टीम का हिस्सा होंगे। 26 साल के इस युवा ने अपनी मेहनत के दम पर महज डेढ़ साल में इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की। उन्होंने टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ 42 रन की पारी खेलकर भारत को 119 के स्कोर तक पहुंचाया था। ऋषभ टी-20 इंटरनेशनल में 74 मैच खेल चुके हैं और 1158 रन
बनाए हैं। उन्होंने 5 मैचों में भारत की कप्तान की और दो जीते।
सूर्या की कप्तानी में भारत ने 7 में से 5 मैच जीते
सूर्यकुमार यादव अपने दमदार प्रदर्शन से टीम इंडिया का कैप्टन बनने की दावेदारी ठोंक रहे हैं। 68 मैचों में 167.74 के
स्ट्राइक रेट से 2340 रन बना चुके हैं। वे अपनी कप्तानी में एक सेंचुरी जमा चुके हैं। सूर्या की कप्तानी में भारत ने 7 में से 5 मैच जीते हैं। सूर्या अपनी कप्तानी में 164.83 की स्ट्राइक रेट से 300 रन बना चुके हैं। मुंबईकर होने का फायदा, यहां से 4 कप्तान सूर्या को मुंबईकर होने का फायदा मिल सकता है। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा भी मुंबई के हैं। मुंबई के 4 खिलाड़ी भारतीय टीम की कप्तानी कर चुके हैं। 3 सीरीज में कप्तानी, एक भी नहीं हारे सूर्यकुमार यादव बोर्ड का भरोसा जीत रहे हैं। भारतीय बोर्ड ने उन्हें बतौर कप्तान 3 असाइनमेंट दिए हैं और वे किसी में फेल नहीं हुए हैं।
टीम में तुरुप का इक्का हैं जसप्रीत बुमराह
जसप्रीत बुमराह, भारतीय टीम में तुरुप का इक्का। 70 मैचों में 89 विकेट ले चुके हैं। इनके नाम कई रिकॉर्ड हैं, लेकिन सिर्फ 2 मुकाबलों में ही भारतीय टीम की कप्तानी की है और दोनों ही मुकाबले जीते हैं। बुमराह अपनी कप्तानी में खेले 2 मुकाबलों में 4 विकेट ही ले सके हैं। सीनियरिटी का फायदा रोहित, कोहली और जडेजा के रिटायरमेंट के बाद बुमराह ही सबसे सीनियर हैं। इसलिए बोर्ड बुमराह के नाम पर विचार कर सकता है। 100% सक्सेस रेट है बुमराह को दो बार भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया है और उन्होंने दोनों बार टीम इंडिया को जीत दिलाई है, जो बुमराह की दावेदारी मजबूत कर रही है। आने वाले एक-दो साल में भारतीय बोर्ड को टीम के लिए टेस्ट और वनडे कप्तान की तलाश भी करनी होगी, क्योंकि टी-20 फॉर्मेट से संन्यास लेने के बाद रोहित डब्ल्यूटीसी 2023-25 सीजन के फाइनल तक भारतीय टीम की कप्तानी कर चुके हैं।