भारतीय एथलेटिक्स के लिए कई कीर्तिमान रच चुके नीरज चोपड़ा अपने दूसरे ओलंपिक में एक बार फिर अपने भाले से इतिहास रचना चाहेंगे चूंकि भारतीयों को उनसे एक बार फिर स्वर्ण पदक की उम्मीद है। उनकी अप्रतिम निरंतरता की एक बार फिर परीक्षा होगी क्योंकि पूरे सत्र में वह जांघ के भीतरी हिस्से की मांसपेशी में (एडक्टर) परेशानी से जूझते आए हैं। वह मंगलवार को क्वालिफिकेशन दौर में उतरेंगे और फाइनल आठ अगस्त को होगा।
चोपड़ा अगर स्वर्ण जीतते हैं तो ओलंपिक के इतिहास में खिताब बरकरार रखने वाले पांचवें खिलाड़ी बनेंगे। इसके साथ ही ओलंपिक व्यक्तिगत वर्ग में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय भी बनेंगे। टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता चेक गणराज्य के याकूब वालेश, जर्मनी के जूलियन वेबर और पूर्व विश्व चैंपियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स उन्हें फिर चुनौती देंगे। भारत के किशोर जेना भी दौड़ में हैं। जिन्होंने पिछले साल एशियाई खेलों में 87.54 मीटर का थ्रो फेंककर क्वालिफाई किया था, लेकिन उसके बाद से 80 मीटर तक भी नहीं पहुंच पाए हैं।