लटेरी – अपने लाभ के लिए धरती का सीना चीरने वाले खनन माफियों को कोई डर या भय रत्ती भी नहीं रहा है, कारण है कि इन्हें रोकने वाले जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ना करते हुए अन्देखा किए हुए है।
हालात यह है की धरती माता अपनी बदकिस्मती एवं अधिकारियों की बेरुखी किसको बयां करें । किस्सा यह है कि पिछले कई हफ्तों में लगातार जमीन को खोदकर खदानों में तब्दील कर दिया गया है और अधिकारी मौन होकर देख रहे है। अधिकारियों को कौन सी मजबूरी सता रही है कि नगर के चारों ओर बीच बाजार तेज रफ्तार दौड़ रहे खनन माफियाओं के ट्रैक्टर नही रोक पा रहे है। आखिर कौन से कारण है की अवेध उत्खनन सहित परिवहन कर रहे यह माफिया अधिकारियों को ठेंगा दिखा कर लगातार जमीन को खोदते जा रहे है और अधिकारी सब कुछ देख कर अनदेखा कर रहें है।
बीच बाजार तेज रफ्तार दौड़ते मुरम व कोपरा परिवहन करते यह टैक्टर ऐसा नहीं है की छिप छिपा कर चल रहें हो। सरे-आम नगर के चौराहे पर पुलिस चौकी के सामने से निकल जाते है और इन्हें रोकने टोकने वाला कोई नहीं है । जिसके चलते नौबत यह आ गई है की नगर में चल रहे वाहन चालक इन्हे आते देख अपनी मोटरसाइकिल धीमी कर अपना बचाव करते हुए निकलने पर मजबूर है क्योंकि मुरम का परिवहन करते हुए अधिक से अधिक भाड़ा कमाने की होड़ में टैक्टर चालक अपनी रफ्तार नही देखते और अंधाधुंध तरीके से तेज रफ्तार में मुरम को मुकाम तक पहुंचाते है और फिर दौड़कर खदान से दुबारा भरकर लाते है। उन्हे रोड पर चल रहे अन्य वाहनों की कोई परवाह नहीं होती है क्योंकि अधिकारियों से उन्हे मानो छूट मिली हो की आप बेफिक्र होकर चलाइए हम नही देखेंगे। जिले के कलेक्टर को शायद पता न हो कि लटेरी में चारो ओर बड़ी- बड़ी खदानें बना दी गई है। कई खदानें जो रोड के बिल्कुल नजदीक है जो हादसों को न्योता दे रही है। लेकिन अधिकारियों को इसकी कोई परवाह नही है । आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी जमकर उत्खनन चल रहा है फिर भी अधिकारियों द्वारा इन पर कोई रोक नहीं है। वे रोक-टोक चल रहे अवैध उत्खनन और परिवहन पर अनुविभाग के मुखिया सहित तहसीलदार द्वारा ध्यान न देना और तेज रफ्तार चल रहे टैक्टर पर पुलिस का ध्यान न जाना जन मानस के दिमाग में कई सवाल पैदा करता है ।