सागर – राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (National clean air programme) के तहत सागर शहर की वायुगुणवत्ता सुधार हेतु किये जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक निगमायुक्त सह कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड श्री राजकुमार खत्री की अध्यक्षता में सागर स्मार्ट सिटी कार्यालय में सम्पन्न हुई। बैठक में सीएफओ श्रीमती हेमलता पटेल, सीपीसीबी नोडल अधिकारी सुश्री डॉ रानु सी वर्मा, श्री के पी सोनी पीसीबी विभाग, सुश्री वर्षा जोशी, सागर कार्यक्रम नोडल अधिकारी श्री संजय तिवारी सहित अन्य इंजीनियर उपस्थित रहे। निगमायुक्त श्री राजकुमार खत्री ने कहा की इस कार्यक्रम के तहत नागरिकों के बेहतर जीवन हेतु आवश्यक स्वच्छ वायु गुणवत्ता स्तर को और बेहतर बनाने के लिए वृहद स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं। धूल, धुआं और अन्य नुक्सानदायक गैसों जैसे वायु को प्रदूषित करने वाले कारकों पर नियंत्रण कर वायु प्रदूषण की रोकथाम करने के उद्देश्य से नगर निगम सागर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, आरटीओ आदि विभिन्न विभागों के साथ मिलकर कार्य कर रहा है। सागर में बड़े स्तर पर सड़कों का निर्माण कर सड़कों के समानांतर दोनो ओर पेवर लगाने का कार्य किया जा रहा है। जिससे वाहनों की आवाजाही से धूल उड़ने वाली समस्या समाप्त होगी और सागर धूल से मुक्त शहर बनेगा। शहर में 395 से ज्यादा कुंआ, कई बावड़ी और अन्य पुराने ऐतिहासिक जलस्रोत हैं। इनमें से चौरोहों के आसपास और बड़े जलस्रोतों पर वॉटर फाउंटेन लगाकर धूल कणों को वातावरण में घुलने से रोकने का प्रयास किया गया है। फाउंटेन टेंकों का नवनिर्माण कर फाउंटेन भी किये गये है। स्मार्ट सिटी द्वारा शहर की अनुपयोगी भूमि को चिन्हित कर निर्मित किये पार्कोें से शहर में हरियाली बढाने और वायुगुणवत्ता बेहतर बनाने में सहयोग मिला है। एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत बड़े स्तर पर शहर में प्लांटेशन किया किया जा रहा है। शहर में स्थित सिटी फारेस्ट में भी सघन प्लांटेशन कर हरियाली को बढ़ाया जा रहा है। पेट्रोल डीजल वाहनों से निकलने वाले हानिकारक धुएं को कम करने के उददेश्य से इलेक्ट्रिक वाहनों को बढावा देने के लिए चार्जिंग स्टेशन निर्माण कार्य भी प्रस्तावित हैं। साथ ही सार्वजनिक परिवहन में प्रधानमंत्री ई-बस सेवा प्रारंभ करने हेतु 32 इलेकिट्रक बसें भी शासन से सागर के लिए स्वीकृत की गई हैं।
वायु गुणवत्ता बेहतर बनाने हेतु नागरिकों की सहभागिता भी महत्वपूर्ण: निगमायुक्त
निगमायुक्त ने कहा की वायु गुणवत्ता बेहतर बनाने हेतु नागरिकों की सहभागिता महत्वपूर्ण है इसके लिए जनजागरूकता के प्रयास भी किये जा रहे हैं। सभी के सहयोग से वृहद स्तर पर प्लांटेशन किया जा रहा है। नागरिक वायु प्रदूषण और इससे होने वाले दुष्प्राभावों को समझें और वायु प्रदूषण को कम करने में अपनी भूमिका निभाएं। घर से छोटी दूरी तय करने के लिए पैदल या साईकिल का उपयोग करें, पेट्रªोल डीजल वाहनों का उपयोग कम करें। अपने वाहनों की पीयूसी जांच कर पॉल्यूषन सर्टिफिकेट अवष्य बनवायें। कचरे फूल पत्ती, पॉलीथीन आदि को न जलायें और वायुप्रदूषण होने से रोकें।
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम का लक्ष्य
उल्लेखनीय है कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा देश में वायुप्रदूषण कम करने हेतु व्यापक स्तर पर राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम 2019 में प्रारंभ किया गया था इसके तहत चयनित शहरों में सागर स्मार्ट सिटी शामिल है। इस कार्यक्रम का लक्ष्य वर्ष 2026 तक पीएम 2.5 और पीएम 10 की सघनता में 40 प्रतिशत तक कमी ला कर वायु गुणवत्ता को और बेहतर बनाना है।
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु प्रोग्राम की टीम ने सागर के कार्यों का स्थल निरीक्षण और प्लांटेशन किया
बैठक के पश्चात सीपीसीबी नोडल अधिकारी सुश्री डॉ रानु सी वर्मा, सुश्री वर्षा जोशी ने सयुक्त संचालक वित्त नगर निगम एवं सीएफओ स्मार्ट सिटी श्रीमती हेमलता पटेल, सागर कार्यक्रम नोडल अधिकारी श्री संजय तिवारी सहित अन्य इंजीनियरों के साथ शहर के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने सड़कों के किनारे किये जा रहे पेबर ब्लॉक लगाने के कार्यों सहित फाउंटेन निर्माण, पार्क निर्माण आदि कार्यों का जायजा लिया और प्लांटेशन कार्यों को देखा। एनसीएपी टीम ने अम्बेडकर पार्क में पहुंचकर एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत बरगद नीम आदि पौधे लगाये।