राजगढ़। अहिंसा वेलफेयर सोसायटी,जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन की टीम ने शनिवार को राजगढ़ जिले के जेतपुरा गांव में समुदाय के साथ एक कार्यशाला आयोजित कर मशाल एवं तख्तियों के साथ रेली निकाली। यह कार्यक्रम “बाल विवाह मुक्त भारत अभियान” के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसमें समुदाय की महिलाओं, पुरुषों, युवाओं और बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
इस दौरान टीम ने बाल विवाह और बाल सगाई जैसे मुद्दों पर चर्चा की। ग्रामीण समुदाय को यह समझाया गया कि बाल विवाह न केवल बच्चों के अधिकारों का हनन करता है, बल्कि उनके शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास को भी गंभीर नुकसान पहुंचाता है। कार्यशाला के बाद, गांव की गलियों में मशाल लेकर और तख्तियां थामे जागरूकता रैली निकाली गई। “हम सबने यह ठाना है, बाल विवाह मिटाना है” जैसे नारे लगाते हुए, सभी ने वर्षों से चली आ रही बाल विवाह और बाल सगाई जैसी कुप्रथाओं को समाप्त करने का संकल्प लिया।
अहिंसा वेलफेयर सोसायटी की रजनी प्रजापति ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा, “बाल विवाह हमारे बच्चों का बचपन छीन लेता है और उन्हें शारीरिक व मानसिक शोषण का शिकार बना देता है। हमें अपने गांव और जिले को इन सामाजिक कुरीतियों से मुक्त करने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा। यह तभी संभव है, जब हम सामूहिक प्रयास करें और बाल विवाह जैसी प्रथाओं को जड़ से समाप्त करें।
मशाल रैली में जेतपुरा गांव की महिलाओं, पुरुषों, युवाओं और बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। साथ ही, अहिंसा वेलफेयर सोसायटी की पूरी टीम ने कार्यक्रम को सफल बनाने में बेहतर सहभागीता की है। टीम का कहना है कि वे लगातार फील्ड पर जागरूकता कार्यक्रम कर रहे हैं और राजगढ़ को बाल विवाह मुक्त जिला बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बताया कि सभी का सहयोग और सामूहिक प्रयास ही हमारे समाज को बाल विवाह मुक्त, बाल सगाई मुक्त और अन्य सामाजिक कुरीतियों से मुक्त कर सकता है।
कार्यशाला एवं मशाल रैली के दौरान ग्रामीण सामुदायिक, अहिंसा राजगढ़ टीम एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका मौजूद रही है