खिलचीपुर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विद्यालय खिलचीपुर के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी नीलम बहन ने कहा संपूर्ण स्वास्थ्य उसी को कहा जाता है जो शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, नैतिक, आर्थिक,और सामाजिक छह प्रकार से दुरुस्त हो। हम सब जानते हैं कि शारीरिक योग हमारे तन को स्वस्थ रखता है आज सभी ने शारीरिक योग को महत्व देते हुए इसे विशेष बना दिया है लेकिन हमारे जीवन में खुशहाली के लिए शारीरिक योग के साथ मानसिक योग भी बहुत जरूरी है। शारीरिक योग से तो शरीर स्वस्थ रहता है लेकिन अगर हमारा मन ही कमजोर है तो इस शारीरिक योग का भी कोई फायदा नहीं है।कहा जाता है “मन दुरुस्थ तो तन दुरुस्थ है” अगर हमारा मन ही दुखी अशांत रहेगा तो कितना भी योग करें जिसको हम एक्सरसाइज बोलते हैं उससे कोई फायदा हो सकता है? आज सब अपने-अपने शरीर को फिट रखने के लिए एक्सरसाइज करते हैं लेकिन फिर भी सब दुखी ,अशांत, शांति चाहिए सबको अगर मन शांत और खुश होगा तो उसका प्रभाव शरीर के ऊपर भी पड़ेगा और फिर शरीर भी स्वस्थ रहेगा। भारत की प्राचीन सहज राजयोग को दैनिक जीवन में प्रयोग करने वाला हर व्यक्ति सुख शांति से भरा जीवन जीने की कला सीखता है।
इस अवसर पर नगर अध्यक्ष प्रतिनिधि रामकरण जी मालाकार, प्रोफेसर पी डी गुप्ता जी, डॉक्टर मस्ताना जी, संस्था के जुड़े सैकड़ों भाई बहनें उपस्थित रहे एवं अंत में पी डी गुप्ता जी ने सभी को एक्सरसाइज कराया।