रायसेन/सांची। जीवन के साथ तो परेशानियां लगी ही रहती हैं, लेकिन यहां तो जीवन खत्म के बाद भी परेशानियां पीछा नहीं छोङ रही हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति नगर के मुक्तिधाम की है,जहां शवयात्रा को भी कीचड़ भरे रास्ते से निकलना पड़ रहा है। करीब आधां किमी के मार्ग पर इतना कीचड़ पानी है कि लोगों का पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा है। गुरूवार को जब कीचड़ भरे मार्ग से एक शवयात्रा निकलने का वीडियो इंटरनेट पर बहु प्रसारित हुआ तो लोगों ने नगर परिषद और जन प्रतिनिधियों पर जमकर गुस्सा उतारते हुए अपनी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। वही उनका कहना था कि अतिक्रमण की वजह से अब मुक्तिधाम की राह भी आसान नहीं रही। मालूम हो कि विश्व प्रसिद्ध नगरी सांची के नगर परिषद कि जहां से वार्डों की शुरुआत होती है वहीं वार्ड क्रमांक एक में ही शुरुआती यही हाल है कि पहाड़ के किनारे पर स्थित यह शमशान जाने का रास्ता है जो परेशानियों का कारण बना हुआ है। पूरे नगर में किसी का निधन हो जाने पर यहीं अंतिम संस्कार किया जाता है। इस मुक्तिधाम का संचालन नगर परिषद ही करती है लेकिन यहां व्यवस्थाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। इस इसे संवारने के नाम पर लाखों रुपए खर्च हो चुके लेकिन न तो यहां बाउंड्री वॉल बन पाई और ना ही कंडे लकड़ी रखने का स्थान। वहां तक पहुंचने के लिए आधा किमी की सड़क भी अब तक कच्ची ही है। वर्षा के चार महीने सड़क से निकलना काफी मुश्किल होता है।
विदिशा के बाद अब सांची का वीडियो आया सामने:-
हालात सब जगह के एक जैंसे ही है सिस्टम ओर शहर के माननीयों की सोच भी एक जैसी ही हैं। विदिशा के बाद तस्वीर सांची से मुक्तिधाम की निकलकर सामने आई जहां आज भी अंतिम यात्रा को मुश्किल हालातो से होकर गुजरना पड़ता है। वो बात अलग है यहां के स्थानीय प्रशासन और यहां के माननीय खोखले विकास के नाम पर खुद ही पीट थपथपाते नहीं थकते है।