बड़वाह – नगर से पांच किलोमीटर दूर नर्मदा के उत्तर तट स्थित ग्राम मेहताखेड़ी में प्रसिद्ध आश्रम में गुरुवार को ब्रह्मलीन प.पु.परमानन्द बाबा की दसवी पुण्यतिथि पर विशाल भंडारा हुआ।दो दिनी कार्यक्रम में महानिर्वाण उत्सव का कार्यक्रम हुआ।बुधवार को सुबह 6 बजे अखंड नाम स्मरण का पाठ शुरू हुआ। वहीं शाम कन्या भोज भी हुआ।गुरुवार सुबह पंडित श्याम शर्मा ने परमानंद की चरण पादुका का दुग्धाभिषेक कर पूजा-अर्चना कराई।इस दौरान मंदिर परिसर से शोभायात्रा भी निकाली गई।जो गौशाला से वापस मंदिर परिसर पहुंची। यात्रा में भक्त बाबा की चरण पादुका को सिर पर रखकर भजन गाते चल रहे थे। सुबह 9 बजे आरती के बाद भंडारा हुआ,इसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गोवा,मुंबई,खंडवा,खरगोन,बड़वाह,सनावद सहित क्षेत्रों से श्रद्धालु बाबा के आश्रम पर आए थे। गौरतलब है कि बाबा भोलेनाथ के अनन्य भक्त होने के कारण सभी को जय भोले की कहकर पुकारते थे।दर्शन के बाद वह प्रसाद के रूप में केवल चौकलेट देते थे।उनकी पुण्य तिथि पर बाबा की गादी के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओ को भक्त चाकलेट वितरित कर रहे थे।इस दौरान अवधूत संत टाटम्बरी सरकार भी आश्रम पहुंचे थे।
दाल-टिक्कड़ का प्रसाद ग्रहण किया –पुण्यतिथि में शामिल होने आए भक्तों ने बताया कि बाबा को दाल-टिक्कड़ बेहद प्रिय था।उनके आश्रम में जो भी आता था वह उसे दाल-टिक्कड़ खाए बिना नहीं जाने देते थे।इसके अलावा आश्रम में होने वाले भंडारों में भी केवल इसी का भोग लगाया जाता है। यही कारण है कि उनके उनकी पुण्यतिथि पर भंडारे में भी दाल-टिक्कड़ का प्रसाद बनाया गया। सभी भक्तों ने दाल टिक्कड़ का प्रसाद ग्रहण किया।