देपालपुर- 26 जुलाई 1999 मैं एक दिन फिर खुशी का वह पल आया था जब हमारी देश की बहादुर सेना ने पाकिस्तानियों को एक बार फिर खदेड़ दिया व दिखा दिया कि भारत की सेना विश्व की सेना से काफी आगे है व तुम्हे कभी भी धूल चटा सकती है।क्योंकि भारतीय सेना विश्व की उस सर्वोच्च सेना में गिनी जाती है जिसका जोश जुनून और उत्साह पत्थर को भी तोड़ देता है। 1999 की विषम परिस्थितियों में भारतीय सेना के बहादुर जवानों ने जिस प्रकार का मोर्चा संभाला था। और भारतीय तिरंगे को लहराया था वह दिन देश मे सुनहरे अक्षरों में लिखा गया क्योकि देश का तिरंगा 26 जुलाई 1999 में हुए छद्म युद्ध आज अपने 25 वर्ष पूरे कर रहा है।ये उद्गार मालवा पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व सेना नायक विमल फ़ौजी व पूर्व हवलदार शिवलाल यादव ने कार्यक्रम में मौजूद छात्र छात्राओं के बीच कहे।
नगर व क्षेत्र में कारगिल दिवस विजय उत्सव को लेकर लोगों में काफी उत्साह है विद्यालयों में भारत माता की पूजा कर शहीदों को नमन किया जा रहा है वही विजय दिवस के रूप में मिठाई बांटी गई।मालवा पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व सेनानायक विमल फौजी, पूर्व हवलदार शिवलाल यादव, विद्यालय संचालक रामनारायण पांचाल व प्राचार्य प्रतीक्षा संघवी ने मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। इस अवसर पर विद्यालय की और से कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व विशेष अतिथि का स्वागत किया गया। इस अवसर पर पहले बच्चो ने कारगिल दिवस पर देश के शहीद विरजवानो को नमन करते हुवे देश को विजय दिलाने वाले सैनिकों के बारे में अपने विचार प्रकट किए। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक विक्रम परमार के नेतृत्व में बच्चो ने मार्च पास कर सलामी दी। वही विमल फोजी ने 1999 में हुवे कारगिल विजय पर बच्चो को स्मरण सुनाए तथा बच्चो से आव्हान किया कि अग्निवीर में भर्ती होकर अपने माता पिता व विद्यालय का नाम रोशन करे क्योकि जिस प्रकार अग्निवीर को लेकर भृम फैलाया जा रहा है वह गलत है। देश के युवा अग्निवीर का हिस्सा बनने लगे तो देश के गली मोहल्ले में हर बच्चा देश का सैनिक कह लाएगा। आज बच्चे की उम्र मोबाइल में खत्म हो रही अगर इस समय का वह उपयोग कर लेगा और अग्निवीर में भर्ती हो गया तो युवा अवस्था के पहले ही वह एक सोल्जर बनकर बाहर आएगा साथ मे वह अच्छी राशि भी लाएगा वही सेना में रहते हुवे वह अपना डिप्लोमा भी कर सकेगा व पढ़ाई भी। वही पूर्व हवलदार शिव यादव ने भी बच्चो को सेना के स्मरण सुनाए।कार्यक्रम का शानदार संचालन प्रदीप यादव ने किया व आभार अश्विन पांचाल ने माना।