दमोह: जमीन के पारिवारिक विवाद में तीन हत्याओं से दहला शहर
दमोह जिले के बासा दमोह: जमीन के पारिवारिक विवाद में तीन हत्याओं से दहला शहर गांव में ट्रिपल मर्डर से सनसनी फैल गई है। दरअसल, पारिवारिक विवाद के चलते होमगार्ड सैनिक सहित 2 अन्य लोगों की धारदार हथियार और गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है। हत्या की वजह जमीनी विवाद बताई जा रही है। पारिवारिक विवाद के चलते जिन लोगों को गोली मारी थी, उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटनास्थल पर गोलियों के 10 से 15 खाली खोखे मिले हैं।
दमोह जिले के देहात थाना क्षेत्र के बांसा तारखेडा गांव में सोमवार सुबह होमगार्ड जवान और उसके बेटे-भतीजे की हत्या कर दी गई। बदमाशों ने पहले होमगार्ड जवान का गला रेंता और उसके बाद उसके दोनों बेटों पर एक दर्जन से ज्यादा फायर किए गए। हत्याकांड के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल गांव में पहुंचा, लेकिन तब तक आरोपी इस वारदात को अंजाम देकर फरार हो चुके थे। पुलिस अब दावा कर रही है कि आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। आरोपी परिवार से मृतकों की पुरानी रंजिश चल रही थी जिसकी जानकारी पुलिस को भी थी। होमगार्ड जवान रमेश विश्वकर्मा का उनके ही परिवार के लोगों से विवाद चल रहा था। दोनों परिवारों के बीच में करीब एक महीने पहले भी विवाद हुआ था, तब पुलिस को इसकी सूचना दी गई थी, पुलिस ने इस मामले में प्रकरण भी दर्ज किया था। इसके बाद आरोपियों ने सोमवार करीब सात बजे रमेश विश्वकर्मा को समझौता करने के लिए पड़ोस में ही रहने वाले परिवार के ही एक अन्य व्यक्ति के घर पर बुलाया, जहां पर रमेश विश्वकर्मा का गला रेत दिया गया। रमेश की हत्या करने के बाद आरोपी हाथों में बंदूक लेकर सड़क पर निकले, उस वक्त रमेश के दोनों बेटे मोटर साइकिल से कोचिंग पढ़ने के लिए जा रहे थे। आरोपियों ने इन पर फायर कर दिए और एक के बाद एक लगभग एक दर्जन फायर कर दिए। घटना की सूचना के बाद गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। तीनों शवों को पोस्ट मार्टम के लिए भेजा गया है। डीजीआई सागर सुनील कुमार जैन ने
बताया कि आरोपियों की तलाश में कई टीम लगाई गई है।
एक माह पहले भी हुआ था विवाद
होमगार्ड जवान रमेश विश्वकर्मा का उसके ही परिवार के लोगों से विवाद चल रहा था। लगभग 1 महीने पहले भी उनके बीच विवाद हुआ था। आरोपियों ने सोमवार को रमेश विश्वकर्मा को समझौता करने के लिए परिवार के ही एक अन्य व्यक्ति के घर पर बुलाया, जहां धारदार हथियार से हमला कर दिया। घटना के समय रमेश के दो बेटे उमेश और विक्की दमोह जा रहे थे। आरोपियों ने उनको रास्ते में गोली मार दी। एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी
चचेरे भाई से फोन पर कहा था, आज हत्या करूंगा, 100 नंबर पर रिसीव नहीं हुआ फोन
रमेश के चाचा राजेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि सुबह करीब 6 बजे मेरे बेटे सौरभ के मोबाइल पर आरोपी का फोन आया था। उसने सौरभ से कहा था कि आज रमेश और उनके परिवार के लोगों की हत्या करेगा। राजेंद्र ने बताया कि रमेश
के बेटे उमेश और विक्की कोचिंग पढ़ने दमोह गए हुए थे। राजेंद्र ने सौरभ से कहा कि 100 नंबर पर पर पुलिस को
सूचना दे दो, ताकि उमेश और विक्की को पुलिस वहीं रोक ले, लेकिन 100 नंबर पर कॉल रिसीव नहीं हुआ। राजेंद्र ने
बताया कि मैंने रमेश विश्वकर्मा को अपने घर बुलाया और उन्हें फोन आने की जानकारी दी। हम दोनों बात कर रहे थे, तभी गोलू विश्वकर्मा, राजा विश्वकर्मा और सजल विश्वकर्मा आ गए। मैंने रमेश को अपने घर में छिपा दिया। आरोपियों ने मेरी कालर पकड़कर सिर पर माउजर (बंदूक अड़ा दी और जान से मारने की धमकी दी। उसके बाद घर में घुसकर रमेश की तलवारों से हत्या कर दी। फिर आरोपी सड़क की ओर भागे, दमोह से बाइक से लौट रहे उमेश और विक्की को गोली मार दी।
कोचिंग जा रहे थे होमगार्ड के दोनों बेटे
जब ये घटना हुई उस समय रमेश के दो बेटे उमेश और विक्की दमोह में कोचिंग जा रहे थे। आरोपियों ने उन्हें भी रास्ते में रोककर गोली मार दी। दोनों की सड़क पर मौके पर ही मौत हो गई। हत्यारों ने एक दर्जन से अधिक फायर किए हैं। पुलिस को मौके से कारतूस के खोखे बरामद हुए हैं।
कुछ महीने पहले रमेश ने राजा से मारपीट की थी
राजेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि कुछ महीने पहले रमेश ने राजा विश्वकर्मा से मारपीट की थी, तभी से विवाद बना हुआ था। करीब एक महीने पहले रमेश के बछड़े के पैर पर राजा के हाथों एक वाहन चढ़ गया था, उस समय भी उनके बीच विवाद हुआ था। राजेंद्र ने बताया कि मृतक और आरोपी सभी परिवार के हैं।