मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव अपने पिता के स्व. पूनमचंद यादव के निधन के बाद शुक्रवार को भोपाल पहुंचे। यहां उन्होंने वाणिज्यिक कर, खनिज विभाग, पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक कल्याण और विमुक्त घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु कल्याण विभाग की समीक्षा की। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के पिता पूनमचंद जैन का दो दिन पहले निधन हो गया था।
लेकिन इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री लगातार उज्जैन से ही प्रदेश की जनता के कल्याण से जुड़े कामों और गतिविधियों में लगातार जुड़े हुए है। अपने पिता के अंतिम संस्कार के दिन शाम को उन्होंने तीन जिलों के कलेक्टरों से बात कर वहां हुई घटनाओं पर उनसे संवाद किया था। गुरुवार को वे वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए बैठकों और कार्यक्रमों में शामिल हुए। आज तीसरे दिन शुक्रवार को वे सुबह भोपाल पहुंचे। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने वाणिज्यिक कर और खनिज विभागों की समीक्षा की और इन विभागों के अधिकारियों से राजस्व वसूली में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 7 और 8 सितंबर को उज्जैन में रहेंगे और इस दौरान वे उन लोगों से मिलेंगे जो उनके पिता को श्रद्धांजलि देने पहुंचेंगे।