बमीठा। क्षेत्र के किसानों को यूरिया खाद की आवश्यकता है, यूरिया खाद की रैक से दो दिन पहले बमीठा वेयरहाउस को 258 टन खाद मिला था, जिसके बाद सोमवार की सुबह 7 बजे से टोकन लेने के लिए किसानों की लंबी कतारें लग गए थे। करीब एक हजार से अधिक किसान शाम तक दो बोरी खाद के लिए भूखे-प्यासे खड़े रहे लेकिन शाम तक करीब 130 किसानों को ही खाद मिल सका, जिससे नाराज होकर किसानों ने सोवमार की शाम को छतरपुर-पन्ना हाइवे पर चक्काजाम कर दिया था।
सोमवार की शाम को नायब तहसीलदार की समझाइश पर किसान शांत हो गए थे लेकिन मंगलवार की सुबह करीब 9 बजे एक बार फिर किसानों ने चक्काजाम कर दिया। किसानों के प्रदर्शन से नेशनल हाइवे पर करीब एक घंटे तक सैकड़ों वाहन दोनों ओर रुके रहे। प्रदर्शनकर रहे किसानों ने बताया कि वे सुबह बिना भोजन के टोकन लेने के लिए आ गए थे लेकिन वेयरहाउस प्रबंधक द्वारा अपने परिचित लोगों और कुछ दुकानदारों को खाद दिया जा रहा है। किसानों ने आरोप लगाया कि प्रबंधक द्वारा दुकानदारों और अपने परिचितों को 20 से 30 बोरी खाद दिया जा रहा है, जबकि आम किसान कतारों मे ही खड़े हुए हैं। करीब एक घंटे बाद मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार की समझाइश पर किसान शांत हुए और नायब तहसीलदार ने अपनी उपस्थिति में यूरिया वितरण शुरू कराया।