Monday, December 23, 2024
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भारत में तेजी से बढ़ रही है एचआईवी मरीजों की तादाद

एचाईवी से संक्रमित व्यक्ति 3 साल तक जीवित रह पाते हैं बिना दवा के

यूनिसेफ की रिपोर्ट कहती है कि तेजी से एचवाईवी मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। 2019 के आंकड़े बताते है कि हर 1 मिनट और 40 सेकेंड के दौरान 20 साल से कम उम्र का का युवा इसका शिकार बन रहा है। रिपोर्ट कहती है कि एचाईवी से संक्रमित व्यक्ति बिना दवा के 3 साल तक जीवित रह पाते हैं।

एचआईवी शरीर की सफेद रक्त कोशिकाओं को अपना शिकार बनाता है। जब कोई व्यक्ति एचाईवी की चपेट में आता है तो उसके अंदर फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। ये लक्षण मात्र 2 से 6 सप्ताह के भीतर आने लगते हैं। जब व्यक्ति एचाईवी की चपेट में आ जाता हैं तो उसे एड्स हो जाता है। जब कोई व्यक्ति एचाईवी के पहले स्टेज पर होता है तो उसे बार-बार बुखार का आना,ठंड का लगना, शरीर पर लाल चकत्ते नजर आने लगना, सिरदर्द की शिकायत रहना, गर्दन पर सूजन महसूस होना, रात को पसीना आना, माउथ और जेनिटल अल्सर, जोड़ों में मामूली दर्द की शिकायत, हर वक्त थकान रहना आद लक्षण दिखाई देने लगते हैं।

स्टेज 2 को क्रोनिक एचआईवी संक्रमण के नाम से जाना जाता है। जब यह स्टेज आता है तो वायरस कई गुना तक बढ़ जाता है। जब यह स्टेज आता है तो तेजी से सेक्स पार्टनर में फैलने का खतरा बना रहता है। स्टेज 3 में मरीज को कुछ गंभीर लक्षण आने लगते हैं जैसे निमोनिया,हर समय थकावट रहना, बुखार रहना, याददाश्त कमजोर होना और डिप्रेशन की समस्या आदि समस्या होने लगती है। जब कोई व्यक्ति एचाईवी से संक्रमित होता है तो वह एड्स का शिकार हो जाता है। एचाईवी एक वायरस है जो हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर बना देता है। यौन संबंध के माध्यम से: जब आप असुरक्षित यौन संबध बनाते हैं तो इस वायरस का फैलने का सबसे बढ़ा कारण बन जाता है। किसी भी प्रकार का सेक्स बिना प्रोटेक्शन के करना एचाईवी का खतरा पैदा कर देता है। संक्रमित सुइयों के माध्यम से: संक्रमित सुइयों का प्रयोग भी इसका मुख्य कारण माना जाता है। किसी भी प्रकार की सिरिंज को शेयर करने पर व्यक्ति इंफेक्टेड ब्लड के संपर्क में आ जाता है और संक्रमित हो जाता है। मां से बच्चे तक: यह वायरस मां से बच्चे तक जन्म के दौरान या स्तनपान से भी फैल सकता है।
एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी
यह एचआईवी संक्रमण और इसके संचरण के सभी चरणों में एचआईवी से जुड़ी बीमारियों को कम करता है। यह शरीर में सीडी 4 की संख्या को स्थिर रखता है और एड्स के विकास को रोकता है। अधिकांश लोग उपचार शुरू करने के छह महीने के भीतर नियमित रूप से दैनिक एचआईवी उपचार लेते हैं, जिसमें नाक स्प्रे और इनहेलर के साथ मनोरंजक दवाएं भी शामिल होती हैं।

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