रोज सुबह खाली पेट खाएं लहसुन: दूर होगा हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर का रिस्क, इम्यूनिटी होगी मजबूत
लहसुन का इस्तेमाल सदियों से हमारी रसोई में होता आया है। यह न सिर्फ भोजन को सुगंध और स्वाद देता है, बल्कि शरीर को कई गंभीर बीमारियों से भी बचाता है। इसकी महक तीखी होती है। यही वजह है कि बहुत से लोगों को लहसुन की महक पसंद नहीं आती। लेकिन सेहत के लिए जरूरी बहुत सारे न्यूट्रिएंट्स और बायोएक्टिव कंपाउंड्स से भरपूर लहसुन शरीर के लिए एक पावरहाउस की तरह है।
कच्चे लहसुन में एलिसिन नामक एक एंजाइम होता है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीआॅक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीकैंसर जैसे गुण पाए जाते हैं। इन्हीं गुणों के कारण एक्सपर्ट्स पके लहसुन की तुलना में कच्चा लहसुन खाने की सलाह देते हैं। एक दिन में एक एडल्ट व्यक्ति को 1 से 2 कच्चे लहसुन की कलियां खानी चाहिए। इससे ज्यादा कच्चा लहसुन खाने से बचना चाहिए क्योंकि लहसुन की तासीर गर्म होती है। ज्यादा लहसुन से ब्लीडिंग, उल्टी-दस्त जैसी समस्या हो सकती है। इसलिए सीमित मात्रा में ही लहसुन का सेवन करना चाहिए।
लहसुन को कूटकर या चबाकर खाना शरीर के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है। इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर गुनगुने या ताजे पानी के साथ खा सकते हैं। लेकिन साबुत लहसुन को कभी भी निगलना नहीं चाहिए। इसके अलावा लहसुन खाने के बाद ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। यह शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। खाली पेट लहसुन खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल को बैलेंस करने में मदद मिलती है। जो लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं, लहसुन खाना उसके लिए भी काफी फायदेमंद है क्योंकि यह इंसुलिन लेवल को भी कंट्रोल में करता है। लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो महिलाओं में पॉलिसिस्टिक ओवरी डिजीज (PCOD) की समस्या को ठीक करने में मददगार होते हैं। साथ ही जोड़ों में दर्द या वजन को कम करने में भी लहसुन मददगार है। लहसुन में डायलिल डाइसल्फाइड जैसे सूजन-रोधी कंपाउंड्स होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करने में मददगार होते हैं। जिन लोगों को जोड़ों में दर्द या गठिया की समस्या है, उनके लिए खाली पेट लहसुन खाना बेहद फायदेमंद है। जिन लोगों को हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, उनके लिए नियमित खाली पेट लहसुन की कलियां खाना बेहद फायदेमंद है क्योंकि लहसुन में पाए जाने वाले प्रीबायोटिक गुण ब्लड वेसल्स को ठीक रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा लहसुन में एलिसिन पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके और आर्टरीज (धमनियों) को सख्त होने से रोकता है। यही वजह है कि नियमित लहसुन का सेवन करने से हार्ट डिजीज का खतरा कम रहता है। लहसुन एंटीआॅक्सीडेंट और सल्फर युक्त कंपाउंड्स से भरपूर होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है।