स्टीडफास्ट नामक एडवांस्ड डायग्नोस्टिक किट लॉन्च की ग्लोबल रिसर्च टीम ने
वैश्विक शोध टीम ने स्टीडफास्ट नामक एक उन्नत डाइग्नोस्टिक किट की घोषणा की है। यह किट एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस (एआईवी) के जल्दी और सटीक निदान में मदद करेगी। बर्ड फ्लू (एच5एन1) के कारण दुनिया भर में हजारों पक्षियों की मौत हो चुकी है और अब यह वायरस इंसानों और अन्य जानवरों में भी फैलने की चेतावनी दे रहा है।
इस बढ़ते खतरे के बीच, एक ग्लोबल रिसर्च टीम ने स्टीडफास्ट नामक एक एडवांस्ड डायग्नोस्टिक किट को लॉन्च किया है, जो बर्ड फ्लू के वायरस का शीघ्र और सटीक निदान कर सकती है। एच5एन1 वायरस को हाईली पैथोजेनिक एविडेंस इंफ्लूएंजा (एचपीएआई) के रूप में पहचाना जाता है, जो पक्षियों के लिए बेहद खतरनाक है। हाल के वर्षों में, इस वायरस ने न केवल पक्षियों, बल्कि अन्य जानवरों जैसे सील, बिल्लियां, मवेशी और यहां तक कि इंसानों में भी संक्रमण फैलाया है। इसका तेजी से फैलना, महामारी का रूप धारण कर सकता है।
बर्ड फ्लू के लिए स्टीडफास्ट किट का विकास डायग्नोस्टिक डेवलपमेंट हब ने किया है, जो सिंगापुर के एजेंसी फॉर साइंटिफिक टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च द्वारा होस्ट किया गया एक राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म है। इस किट को जापान के शोधकर्ताओं के साथ मिलकर तैयार किया गया है। इस किट का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह वायरस के विभिन्न स्ट्रेनों, जैसे एच5एन1, एच5एन5 और एच5एन6 को जल्दी और सटीक रूप से पहचान सकता है। सामान्यत: बर्ड फ्लू के निदान के लिए जो पारंपरिक सीक्वेंसिंग विधियां इस्तेमाल की जाती हैं, उनका परिणाम आने में 2 से 3 दिन लगते हैं। लेकिन स्टीडफास्ट किट मात्र तीन घंटे में एचपीएआई एच5 स्ट्रेनों का पता लगा सकती है, जिससे तेजी से एक्शन लिया जा सकता है।
वायरस के बदलाव के साथ तालमेल बैठाना
जापान के राष्ट्रीय पर्यावरण अध्ययन संस्थान के प्रमुख डॉ. ओनुमा मनाबू ने इस किट के महत्व पर जोर दिया। उनका कहना है कि वायरस के तेजी से बदलते रूपों को ध्यान में रखते हुए, इस किट का विकास महामारी के लिए तैयार रहने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह किट बर्ड फ्लू के फैलाव को रोकने के लिए शीघ्र प्रतिक्रिया देने में मदद करेगी।