ओवर हाइड्रेशन से शरीर का संतुलन बिगड़ने के साथ हो सकता है सिरदर्द व ब्रेन फॉग
पानी हमारे शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और यह जीवन की मूल आवश्यकता है। अक्सर हमें यह बताया जाता है कि शरीर को हाइड्रेटेड रखना जरूरी है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पानी की अत्यधिक मात्रा भी खतरनाक हो सकती है? पानी पीना हमारे शरीर की सभी शारीरिक क्रियाओं के लिए जरूरी है।
पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने, शरीर के तापमान को नियंत्रित करने और आंतरिक अंगों को कार्यशील रखने में मदद करता है। लेकिन, जब पानी की मात्रा आवश्यकता से ज्यादा हो जाती है, तो यह शरीर में असंतुलन पैदा कर सकता है।
हाइपोनेट्रेमिया: सोडियम का स्तर गिरने की समस्या
न्यूट्रिशनिस्ट रिद्धि खन्ना के अनुसार, अत्यधिक पानी पीने से हाइपोनेट्रेमिया की स्थिति पैदा हो सकती है, जिसमें रक्त में सोडियम का स्तर खतरनाक रूप से गिर जाता है। सोडियम एक महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट है, जो शरीर में पानी के प्रवाह और संतुलन को नियंत्रित करता है। जब सोडियम की कमी होती है, तो यह शरीर में पानी के संतुलन को बिगाड़ देता है, जिससे गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
ओवरहाइड्रेशन के प्रमुख लक्षण
जब आप पानी की अधिकता से जूझ रहे होते हैं, तो आपके शरीर में कुछ चेतावनी संकेत दिखाई देते हैं। इन संकेतों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। पेशाब का रंग: यदि आपका पेशाब बहुत हल्का या बिल्कुल साफ दिखने लगे, तो यह संकेत हो सकता है कि आप अधिक पानी पी रहे हैं। सामान्य तौर पर, पेशाब का रंग हल्का पीला होता है। अत्यधिक पेशाब आना: अगर आप दिन में 6 से 8 बार से ज्यादा वॉशरूम जा रहे हैं, तो यह भी ओवरहाइड्रेशन का संकेत हो सकता है। पेट फूला रहना और मतली: ज्यादा पानी पीने से पेट में असहजता हो सकती है, और मतली का अनुभव भी हो सकता है। सिरदर्द और ब्रेन फॉग: अत्यधिक पानी के सेवन से सोडियम का स्तर घट सकता है, जिससे मस्तिष्क में सूजन और दबाव बढ़ सकता है। इसके परिणामस्वरूप सिरदर्द और मानसिक स्थिति में असमर्थता, जिसे ‘ब्रेन फॉग’ कहा जाता है, हो सकता है। यदि आप ज्यादा पानी पीने से बचना चाहते हैं तो कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए:
आवश्यकतानुसार पानी पीएं: हमेशा अपने शरीर की जरूरत के अनुसार पानी पीने की कोशिश करें। यदि आपको प्यास नहीं लग रही, तो अत्यधिक पानी पीने से बचें।