दुनिया के 82 करोड़ डायबिटीज मरीजों में से एक चौथाई यानि 21.2 करोड़ भारत में
भारत में डायबिटीज के करोड़ों मरीजों के लिए एक राहतभरी खबर आई है। सिप्ला ने केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन से इनहेल्ड इंसुलिन अफ्रेजा की मार्केटिंग और डिस्ट्रीब्यूशन की मंजूरी हासिल की है। अफ्रेजा, जो मैनकाइंड कॉर्पोरेशन द्वारा विकसित और निर्मित है, डायबिटीज मेलिटस के वयस्क मरीजों में ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार के लिए उपयोगी है।
डायबिटीज की परेशानी दुनिया में तेजी से बढ़ रही है। भारत में भी करोड़ों लोग इस परेशानी से जूझ रहे हैं। डायबिटीज की बीमारी में लोगों का ब्लड शुगर अनकंट्रोल होने लगता है और इसे कंट्रोल करने के लिए जिंदगीभर कोशिश करनी पड़ती है। द लैंसेट मेडिकल जर्नल में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक भारत में अनकंट्रोल डायबिटीज के मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है। स्टडी के अनुसार वर्ष 2022 में 828 मिलियन (82 करोड़) वयस्कों में डायबिटीज डायग्नोज की गई, जिसमें से एक चौथाई यानी 212 मिलियन (21.2 करोड़) भारत में रहते हैं। हालांकि सरकारी आंकड़ों की मानें तो भारत में डायबिटीज के करीब 10 करोड़ मरीज हैं।
भारत के बाद चीन में 148 मिलियन, अमेरिका में 42 मिलियन, पाकिस्तान में 36 मिलियन, इंडोनेशिया में 25 मिलियन और ब्राजील में 22 मिलियन लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। अफ्रेजा तेजी से काम करने वाला इनहेल्ड इंसुलिन है, जिसे भोजन के समय फेफड़ों के माध्यम से इनहेलर से लिया जाता है। यह 12 मिनट में काम करना शुरू कर देता है और दो-तीन घंटे तक प्रभावी रहता है। यह ब्लड शुगर के स्तर को तेजी से नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे भोजन के बाद शुगर में अचानक वृद्धि को रोका जा सकता है। सिप्ला के एमडी और वैश्विक सीईओ उमंग वोहरा ने बताया, डायबिटीज के मरीजों को प्रतिदिन कई बार इंजेक्शन लेने की जरूरत होती है।
अफ्रेजा सुई का एक सुविधाजनक विकल्प है, जिससे मरीज अपनी स्थिति को बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं, खासकर वे जिनके लिए सुई लेना चुनौतीपूर्ण होता है। अफ्रेजा को 70 से अधिक क्लीनिकल शोधों में 3,000 से ज्यादा मरीजों पर परखा गया है। भारत में 216 मरीजों पर हुए शोध में इसने एचबीए1सी के स्तर में उल्लेखनीय कमी दिखाई। यह टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज दोनों के लिए उपयुक्त है और मरीजों को एक सहज और प्रभावी विकल्प प्रदान करता है। सिप्ला ने अफ्रेजा को भारतीय बाजार में उपलब्ध कराने के लिए मैनकाइंड कॉर्पोरेशन के साथ साझेदारी की है। कंपनी का लक्ष्य इसे देशभर में सुलभ बनाना है, ताकि लाखों मरीज इसे आसानी से इस्तेमाल कर सकें और अपने स्वास्थ्य को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर सकें। इनहेलर इंसुलिन मरीजों के लिए क्रांतिकारी विकल्प है।