शरीर के साथ दिमाग की भी कसरत होती है उल्टे पैदल चलने से
बैक्वर्ड वॉकिंग फिट रहने का ये एक बेहतरीन तरीका है। हालांकि बैक्वर्ड वॉकिंग के फायदों के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है। बैक्वर्ड वॉकिंग का सीधा मतलब होता है पीछे की ओर उल्टा चलना। उल्टा चलने में अलग अलग मांसपेशियों का इस्तेमाल होता है। इससे बॉडी को बैलेंस करने में मदद मिलती है।
सेहतमंद रहने के लिए वॉक करना सबसे फायदेमंद और आसान माना जाता है। अमूमन लोगों को सीधा वॉक करने की आदत होती है लेकिन उल्टा वॉक करना भी अपने आप में बहुत फायदेमंद है। फिट और हेल्दी रहने के लिए रोजाना थोड़ी देर उल्टा वॉक करन अच्छा होता है। रोजाना अपने रूटीन में उल्टा वॉक करना शामिल करने के बहुत से फायदे हैं।
क्या होता है बैक्वर्ड वॉकिंग?
बैक्वर्ड वॉकिंग फिट रहने का ये एक बेहतरीन तरीका है। बैक्वर्ड वॉकिंग का सीधा मतलब होता है उल्टा चलना। उल्टा चलने में अलग अलग मांसपेशियों का इस्तेमाल होता है। इससे बॉडी को बैलेंस करने में मदद मिलती है साथ ही इससे बैलेंस और कोर्डिनेशन भी बेहतर होता है।
उल्टा चलने से मिलते हैं ये फायदे
मांसपेशियां होती हैं मजबूत: उल्टा चलना एक ऐसी एक्टिविटी है जिसमें शरीर की हैमस्ट्रिंग और ग्लूट्स जैसी मांसपेशियां शामिल होती हैं, जिन्हें अक्सर सामान्य वॉक के दौरान अनदेखा कर दिया जाता है। इस तरह इन सभी मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। जोड़ों के दर्द में मिलता है आराम: सीधा चलने के मुकाबले उल्टा चलने के ज्यादा फायदे होते हैं। उल्टा चलने से अक्सर आपको जोड़ो के दर्द से आराम मिलता है। इसके साथ साथ अगर आपको कोई पुराना चोट का दर्द सताता है तो इससे आपको आराम मिल जाता है। कैलोरी बर्न करने में भी मिलती है मदद: उल्टा चलने की वजह से आपकी मांसपेशियां ज्यादा काम करती हैं जिस वजह से कैलोरी बर्न करने में ज्यादा मदद मिलती है।
ब्रेन के लिए हैं बेहतरीन कसरत
आमतौर पर हमारी रोजमर्रा की आदतों के लिए हमारा दिमाग अभ्यस्त हो जाता है। चलना भी एक ऐसी ही आदत है जिसके लिए दिमाग ट्रेन होता है। लेकिन जब आप उल्टा चलते हो तो आपके दिमाग के लिए ये एक नए तरह का काम है। जब भी आप उलटे चलते हो दिमाग अधिक सक्रिय और सतर्क रहता है। इस प्रकार उल्टा चलना ब्रेन के लिए हैं बेहतरीन कसरत है।