बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत अक्सर विवादित बयान देकर सबका ध्यान अपनी तरफ खींच ही लेती हैं। अब उनसे एक लेटेस्ट इंटरव्यू में तेलुगू फिल्म पुष्पा 2: द रूल की सफलता के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि साउथ की फिल्में हिंदी फिल्मों से बेहतर क्यों हैं। साथ ही ये भी कहा कि बॉलीवुड में लोग वास्तविकता की दुनिया से अलग हैं, यही वजह है कि उनकी फिल्में अक्सर बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाती हैं। कंगना रनौत ने एक इवेंट में पुष्पा 2 के बारे में कहा कि जिस तरह से अल्लू अर्जुन ने किरदार निभाया, वो आसान नहीं था।
अगर यही रोल किसी बॉलीवुड एक्टर को दिया जाता तो वह शायद ही कर पाता। उन्होंने कहा, ‘हिंदी फिल्मवालों ने मेनस्ट्रीम का ठेका लिया हुआ है। समझ ही नहीं आता क्यों। किसी भी तरह से ये लोग मेनस्ट्रीम वाले नहीं हैं। हमारी फिल्म इंडस्ट्री को वन इंडस्ट्री या इंडियन फिल्म इंडस्ट्री कहना चाहिए। अंदर कई हिस्से होने चाहिएं। कंगना रनौत ने कहा, हिंदी इंडस्ट्री में जब लोग पहले आते थे तो वो आउटसाइडर होते थे। उन्हें रिश्ता चलाने से लेकर घर में काम कैसे होता है, सब पता होता था। जब सब्जी लेने जाते हैं तो पसीना आता है। माताएं कैसे काम करती हैं।
लेकिन आज लोग एक बबल में जीने लगे हैं। इसी से मुझे दिक्कत है। अब वो लोग उस दुनिया से निकलना ही नहीं चाहते। जिम जाकर बॉडी बनाना, इंजेक्शन्स लेना, प्रोटीन शेक पीना, बस इसी में रह गए हैं। कंगना रनौत ने कहा, इनका रियलिटी से कोई संबंध ही नहीं है। पुष्पा में एक्टर ने जो रोल किया वो एक मजदूर का किरदार है। आज बॉलीवुड में कौन-सा एक्टर ऐसे मजदूर का रोल करेगा? कोई भी नहीं। इन्हें तो बस 6 पैक एब्स, एक हॉट बेब, समंदर, बाइक, टशन, आइटम नंबर ही चाहिए। अल्लू अर्जुन ने पूरे विश्वास के साथ इस किरदार को निभाया। वैसी चप्पल, हेयरस्टाइल, कपड़े, सब वैसा ही पहना। जबकि असल में अमेरिका में पढ़े हैं अल्लू अर्जुन।