घाटी में नहीं घटा आतंक एक माह में 5वीं मुठभेड़
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने एक बार फिर घात लगाकर हमला किया है। आतंकियों से मुठभेड़ में कैप्टन समेत 4 जवान शहीद हो गए हैं। इससे पहले 8 जुलाई को कठुआ में हुए आतंकी हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे। पिछले एक महीने में यह पांचवीं मुठभेड़ है।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी लगातार सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं। सोमवार को डोडा में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में चार जवान घायल हो गए थे जिन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया। आर्मी के एक कैप्टन हमले में शहीद हुए हैं। कश्मीर के एक आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। कश्मीर टाइगर्स पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का शैडो ग्रुप है। 8 जुलाई को कठुआ में हुए हमले की जिम्मेदारी भी इसी आतंकी संगठन ने ली थी। अधिकारियों का कहना है कि डोडा में राष्ट्रीय राइफल्स और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने शाम को 7 बजे के बाद देसा जंगल इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। यहां आतंकियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिली थी। इसके बाद जंगल में छिपे आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। 20 मिनट चली मुठभेड़ में अधिकारी समेत चार जवान बुरी तरह घायल हो गए। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चारों जवानों ने दम तोड़ दिया।