स्पेसएक्स के फाउंडर और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क 400 बिलियन डॉलर की नेटवर्थ तक पहुंचने वाले इतिहास के पहले व्यक्ति बन गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, स्पेसएक्स में हाल ही में हुई इंटरनल शेयर सेल और टेस्ला के शेयरों में तेजी से एलन मस्क की नेटवर्थ बढ़ी है। शेयर सेल में एम्प्लॉइज और इनसाइडर्स से 1.25 बिलियन डॉलर मूल्य के शेयर खरीदना शामिल है। इस ट्रांजैक्शन से उनकी नेटवर्थ में लगभग 50 बिलियन डॉलर बढ़ी है। वहीं स्पेसएक्स का टोटल वैल्यूएशन लगभग 350 बिलियन डॉलर हो गया। यह वैल्यूएशन दुनिया की सबसे वैल्यूएबल प्राइवेट कंपनी के रूप में स्पेसएक्स की पोजीशन को मजबूत करता है।
मस्क की वेल्थ स्पेसएक्स और टेस्ला तक ही सीमित नहीं है। उनकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी, ७अक ने भी अपने वैल्यूएशन में तेजी देखी है। कंपनी की वैल्यूएशन मई में अपने आखिरी फंडिंग राउंड के बाद से दोगुना होकर 50 बिलियन डॉलर हो गई है। टेस्ला का शेयर बुधवार को 5.93% की तेजी के साथ 424 डॉलर पर बंद हुआ। बीते एक महीने में शेयर में करीब 30% की तेजी आई है। वहीं बीते 6 महीने में शेयर 140% चढ़ा है। अमेरिकी चुनावों में रिपब्लिकन उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद उनके सबसे बड़े सपोर्टर एलन मस्क की नेटवर्थ काफी तेजी से बढ़ी है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, इलेक्शन रिजल्ट के तुरंत बाद एलन मस्क की नेटवर्थ 26.5 बिलियन डॉलर बढ़कर 290 बिलियन डॉलर पर पहुंच गई थी।
ट्रंप के इलेक्शन कैंपेन में मस्क ने 119 बिलियन डॉलर (करीब 10 लाख करोड़ रुपए) खर्च किया और अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके सपोर्ट में कैंपेन और प्रमोशन किया। 2004 में मस्क ने इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला की स्थापना की थी। 2008 में ऐसा दौर भी आया था, जब टेस्ला दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई थी। हालांकि एलन मस्क ने कंपनी को इस बुरे दौर से उबारा और आज ये बहुत ही ज्यादा सक्सेसफुल कंपनी है। मस्क इन कंपनियों के अलावा न्यूरालिंक, बोरिंग कंपनी और स्टारलिंक के भी मालिक हैं। एलन मस्क इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला और स्पेस कंपनी स्पेसएक्स के अलावा भी कई कंपनियों के मालिक हैं।
न्यूरालिंक, बोरिंग कंपनी और स्टारलिंक में भी मस्क की हिस्सेदारी है। एलन मस्क की ह्यूमन कंप्यूटर इंटरफेस कंपनी न्यूरालिंक ऐसे प्लान पर लंबे समय से काम कर रही है, जिसके सहारे लोगों के दिमाग में एक न्यूरल चिप इंप्लांट की जाए। इस चिप से इंसान किसी भी मशीन को बिना हिले-डुले सिर्फ सोचने भर से कंट्रोल कर सकेगा। इसके जरिए मस्क पैरालिसिस, हियरिंग, ब्लाइंडनेस जैसी समस्या को सॉल्व करना चाहते हैं। मस्क ने 17 दिसंबर 2016 को द बोरिंग कंपनी बनाई थी। ये कंपनी सड़क पर लगने वाले जाम, बारिश और तूफान से निपटने के लिए सुरंग बनाने का काम करती है। द बोरिंग कंपनी आने वाले सालों में शहरी यातायात के लिए एक हाई-स्पीड हाइपरलूप बना रही है। हाइपरलूप की मदद से एक शहर से दूसरे शहर का सफर बिना किसी झंझट के तेज गति से किया जा सकेगा। वहीं मस्क की एक और कंपनी स्टारलिंक सैटेलाइट कम्यूनिकेशन यानी Satcom हाई स्पीड इंटरनेट प्रदान करती है। इंटरनेट की ये सर्विस सीधे सैटेलाइट से आपके घर पहुंचती है।