PM मोदी ने किया नदी जोड़ो परियोजना का शुभारंभ: CM यादव भी हुए शामिल
नदी जोड़ो परियोजना का आज से श्रीगणेश हो गया। राजस्थान के जयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना पर केंद्र, राजस्थान और मध्यप्रदेश सरकार के बीच त्रिस्तरीय मैमोरैंडम ऑफ एग्रीमेंट (MOA) पर हस्ताक्षर किए गए। कार्यक्रम में सीएम डॉ. मोहन यादव भी मौजूद रहे। रहेंगे। परियोजना से लाभान्वित होने वाले मध्यप्रदेश के 11 जिलों में यह कार्यक्रम लाइव दिखाया गया। इस परियोजना से सिंचाई के साथ पीने का पानी मिलेगा। एमपी के किसानों को इस प्रोजेक्ट का बड़ा लाभ मिलेगा, एक्सपर्ट का कहना है कि एमपी के किसानों की किस्मत चमकाने वाला ये प्रोजेक्ट एमपी के सैकड़ों गांवों की सूरत-सीरत बदल देगा।
इस परियोजना में मालवा और चंबल क्षेत्र के 11 जिलों के 2012 गांव लाभान्वित होंगे। लगभग 40 लाख लोगों को इसका फायदा मिलेगा। प्रदेश के गुना, शिवपुरी, सीहोर, देवास, राजगढ़, उज्जैन, आगर-मालवा, इंदौर, शाजापुर, मंदसौर एवं मुरैना के किसानों को सिंचाई के लिये भरपूर पानी और पेयजल उपलब्ध होगा। जयपुर से प्रधानमंत्री 11,000 करोड़ रुपए से अधिक की 9 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जिनमें 7 केंद्र सरकार और 2 राज्य सरकार की परियोजनाएं शामिल हैं। वे 35,300 करोड़ रुपए से अधिक की 15 परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे, जिनमें 9 केंद्र सरकार और 6 राज्य सरकार की शामिल हैं। प्रधानमंत्री 9,400 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से रामगढ़ बैराज और महलपुर बैराज के निर्माण कार्य और नवनेरा बैराज से चंबल नदी पर एक्वाडक्ट के माध्यम से बीसलपुर बांध और ईसरदा बांध तक पानी पहुंचाने की प्रणाली की आधारशिला रखेंगे।
25 को छतरपुर में केन-बेतवा की नींव रखेंगे पीएम
उधर, पीएम मोदी 25 दिसंबर को छतरपुर में केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना की नींव रखेंगे। परियोजना के तहत दौधन गांव में बांध बनेंगे। इससे जल को 221 किमी लंबी लिंक कैनाल के जरिए सिंचाई का पानी मिलेगा।
रेल और ऊर्जा प्रोजेक्ट का भी शिलान्यास
लूनी-समदड़ी-भीलड़ी डबल लाइन, अजमेर-चंदेरिया डबल लाइन और जयपुर-सवाई माधोपुर डबल लाइन रेलवे परियोजना के साथ-साथ अन्य ऊर्जा पारेषण से संबंधित परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया जाएगा। प्रधानमंत्री सरकारी कार्यालय भवनों पर छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने, पूगल (बीकानेर) में 2000 मेगावाट के एक सौर पार्क और 1000 मेगावाट के दो चरणों के सौर पार्कों के विकास तथा सैपऊ (धौलपुर) से भरतपुर-डीग-कुम्हेर-नगर-कामां और पहाड़ी तथा चंबल-धौलपुर-भरतपुर तक पेयजल पारेषण लाइन के रेट्रोफिटिंग कार्य का भी शिलान्यास करेंगे।