जन्मभूमि से तीर्थराज तक श्रद्धा संगम..
देश में आस्था चरम पर है। अयोध्या में भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्ष गांठ मनाई जा रही है। हजारों लोग पहली वर्षगांठ पर दर्शन के लिए पहुंचे हैं। वहीं तीर्थराज प्रयाग में कुंभ की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। आखाड़े, साधु-संत संगम तट पर बसी कुंभ नगरी में पहुंच चुके हैं। 13 जनवरी से कुंभ का शुभारंभ होगा। इसी दिन पहला शाही स्नान होगा। अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर दिव्य छटा दिखाई दे रही है।
तीन दिवसीय प्रतिष्ठा द्वादशी के उत्सव का उल्लास शनिवार से छलकने लगा। वर्षगांठ पर रामलाल की विशेष पूजा की गई। सुबह पुजारियों ने रामलला का पंचामृत अभिषेक किया। उनका दूध, दही, घी, शहद, शक्कर से अभिषेक किया गया। फिर उन्हें गंगाजल नहलाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साधु संतों के साथ रामलला का अभिषेक कर महाआरती की। इसके बाद उन्होंने अंगद टीला पर पहली बार श्रद्धालुओं व मेहमानों को संबोधित करेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ समारोह के मौके पर तीनों दिन रामलला के सभी आरती पास और विशिष्ट दर्शन पास निरस्त कर दिए गए हैं, सभी लोग आसानी से दर्शन कर पा रहे हैं। आरती के समय भी श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिया। आज दर्शन अवधि में करीब डेढ़ घंटे की वृद्धि की गई है। रामलला के प्रति प्रेम में विह्वल लोग आराध्य के दर्शन को पहुंच रहे हैं। देश ही नहीं विदेशों से भी श्रद्धालु दर्शन को पहुंच रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्ष गांठ पर देश को बधाईदी है। उन्होंने श्रीराम मंदिर निर्माण को विकसित भारत के संकल्प की सिद्धी में एक बड़ी प्रेरणा बताया है। आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा ‘अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। सदियों के त्याग, तपस्या और संघर्ष से बना यह मंदिर हमारी संस्कृति और अध्यात्म की महान धरोहर है। मुझे विश्वास है कि यह दिव्य-भव्य राम मंदिर विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में एक बड़ी प्रेरणा बनेगा’।