रसोई घरों से गायब होने लगी हैं सब्जियां, एक साल में खाद्य पदार्थों में 65% तक इजाफा
नई दिल्ली/भोपाल – आम चुनाव बीतने के बाद महंगाई ने फन उठाना शुरू कर दिया था। अब तो यह बेकाबू होने की स्थिति में है। दालें आम आदमी के बूते से निकल चुकी हैं। अरहर की दाल तो 250 रुपए प्रति किलो का आंकड़ा छूने को बेकाबू है। इसी राह पर उड़द और मूंग की दाल भी है। अभी गेहूं की कटाई हुए महज कुछ ही सप्ताह हुए हैं और यह महंगा होना शुरू हो गया। चावल भी महंगा हो गया है। गर्मी की वजह से हरी सब्जी वैसे ही महंगी हो गई है। तिस पर आलू-प्याज की कीमतें आम आदमी को डराने लगी है।
दूध पहले ही हो चुका है महंगा
इसी महीने की 3 तारीख की बात है। देश के सबसे बड़ी मिल्क कोओपरेटिव कंपनी अमूल ने सभी तरह के दूध की कीमतों में कम से कम दो रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। इसके बाद मदर डेयरी ने भी दूध के भाव बढ़ा दिए थे। जब अमूल और मद डेयरी जैसी कंपनियों ने भाव बढ़ाया तो दूधिये का भाव भी बढ़ गया। वैसे भी दूधिये जो घर-घर दूध पहुंचाते हैं, उनका भाव अमूल जैसी कंपनियों से ज्यादा होता है।
दाल और अनाज भी हो गए महंगे
पिछले एक महीने में दाल का भाव तेजी से बढ़ा है। खुले बाजार में अरहर का जो दाल डेढ़ से पौने दो सौ रुपए किलो मिला करता था, उसकी कीमत अब दो सौ से ढ़ाई रुपए किलो तक पहुंच गई है। सरकारी भारत ब्रांड वाला चना दाल तो 60 रुपए किलो मिल रहा है, लेकिन खुले बाजार में यह करीब 100 रुपए किलो मिल रहा है। अरहर दाल महंगा होने से मूंग, उड़द और मसूर के दाल भी महंगे हो गए। इसी बीच चुनाव खत्म होने के बाद गेहूं भी 30 रुपए किलो के आसपास पहुंच गया। चावल तो इससे पहले ही करीब 20 फीसदी महंगा हो गया था।
प्याज के दाम 60% बढ़े
इस समय प्याज ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। इस समय दिल्ली के बाजार में बढ़िया प्याज 60 से 70 रु. किलो मिल रहा है। सामान्य प्याज भी 50 रु. किलो के आसपास चल रहा है। छोटे या कुछ खराब किस्म का प्याज 40 रुपए किलो मिल जाएगा। केंद्रीय उपभोक्ता मामले के विभाग के अधिकारी खुद स्वीकार कर रहे हैं कि इस समय प्याज का दाम सालभर पहले के मुकाबले लगभग 60% ऊपर चल रहे हैं। इस समय हरी सब्जी के भाव पूछना भी गुनाह हो गया है। लौकी जैसी सब्जी, जिसे शायद की कोई व्यक्ति चाव से खाता हो, वो भी 50 रुपए किलो बिक रही है।
भोपाल में 300-400 रु. क्विंटल सस्ती हुई चना, तुवर की दालें
एस्मा लगने से स्टॉक सीमा निर्धारित होने और आयातित दालों को 45 दिन में बेचना अनिवार्य किए जाने के बाद से भोपाल में पिछले एक हफ्ते के दौरान चना दाल 300 रु. और तुवर दाल 400 रुपए प्रति क्विंटल तक सस्ती हुई है। शहर में तुवर दाल थोक में 162-168 रु. और फुटकर में 175-180 रु. प्रति किलो बिक रही है।