पिछले सत्र की रिकॉर्ड तेजी के बाद शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में इक्विटी बेंचमार्क सूचकांक में गिरावट आई। एशियाई समकक्षों से कमजोर रुझानों के बीच मुनाफावसूली के कारण प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स गिर गए। मुंबई। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन 13 सितंबर को एफएमसीजी और आईटी सेक्टर में भारी बिकवाली के चलते बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 200.03 अंक गिरकर 82,762.68 अंक पर आ गया।
एनएसई निफ्टी 67.5 अंक गिरकर 25,321.40 अंक पर आ गया। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में एशियन पेंट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारती एयरटेल, सन फार्मा, इंफोसिस और बजाज फाइनेंस सबसे ज्यादा गिरावट में रहीं। टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा मोटर्स और पावर ग्रिड के शेयर मुनाफे में रहे। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की-225 और चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में कारोबार कर रहे थे जबकि हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में था। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.40 प्रतिशत की बढ़त के साथ 72.26 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में बृहस्पतिवार को लिवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 7,695 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। बुधवार को बीएसई का सेंसेक्स 398.13 अंक गिरकर 81,523.16 अंक पर बंद हुआ। वहीं एनएसई का निफ्टी 122.65 अंक टूटकर 24,918.45 अंक पर बंद हुआ था।अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया पांच पैसे बढ़कर 83.91 पर
मुंबई। विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा के कमजोर होने और विदेशी पूंजी प्रवाह के कारण शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में रुपया पांच पैसे बढ़कर 83.91 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि रुपया सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है, क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) घरेलू मुद्रा पर मजबूत पकड़ बनाए हुए है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया शुरुआती कारोबार में 83.92 प्रति डॉलर पर खुला।