सब्जियों ने बिगाड़ा किचन का बजट
सब्जियों में आपूर्ति श्रंखला सुधारने के दावे खोखले नजर आ रहे हैं। लंबे समय से सब्जियों के दाम असहनीय बने हुए हैं। नवरात्रि खत्म होने के बाद भी टमाटर, प्याज और आलू की कीमतों में कमी नहीं आई है। इन्होंने आम आदमी के घर का बजट पूरी तरह बिगाड़ दिया है। खुदरा बाजार में जहां आलू 40 रुपए किलो मिल रहा है तो वहीं टमाटर की कीमत 100 रुपए प्रति किलो पार पहुंच गई है।
प्याज के दाम भी 60 रुपए किलो पर हैं। ऐसे में इन तीनों सब्जियों ने ही देश की महंगाई को प्रभावित कर दिया है। भोपाल के बाजार में इन दिनों हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. फुटकर भाव में पत्ता गोभी और फूलगोभी 80 से 100 रुपए व 50 से 60 रुपए किलो है. इसके अतिरिक्त शिमला मिर्च भी 80 से 100 रुपए किलो के दाम में फुटकर भाव में बेची गई। टमाटर, प्याज और आलू की वजह से महंगाई दर में भी इजाफा हुआ है।
इनकी कीमतें बढ़ने के कई कारण हैं। पहला मौसम, भंडारण की समस्याएं और तीसरा आपूर्ति संबंधी समस्याएं। कई बार मौमस की मार के कारण इनकी फसल प्रभावित होती है। इससे ये जल्दी खराब हो जाते हैं। वहीं दूसरी ओर कोल्ड स्टोर की कमी और दूसरे कारण से इनका भंडारण सही नहीं हो पाता। ऐसे में ये जल्दी खराब हो जाते हैं। वहीं फसल होने के बाद इनकी आपूर्ति को लेकर भी कई बार समस्याएं होती हैं।