बड़वाह। नगर के एक प्रायवेट स्कूल ज्ञानदीप बाल विद्या स्कूल की कक्षा आठवी की 14 वर्षीय नाबालिग छात्रा के साथ मारपीट का मामला सामने आया है।छात्रा का कसूर बस इतना था की उसके संस्कृत के टेस्ट में नम्बर कम आए थे।स्कूल के प्रिंसिपल की लड़की ने उसे छात्रा के पर इतना जोर से मारा की उसका कन्धा फ्रेक्चर हो गया।पीड़ित छात्रा की माँ अब स्कूल,संचालक व मारपीट करने वाली शिक्षिका के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रहे है।घटना बीते शनिवार की है।गुरुवार को पीड़ित छात्रा माँ के साथ बीईओ कार्यालय पहुंची।यहाँ उन्होंने बीईओ डीएस पिपलोदे को अपने साथ हुई पूरी घटना को मासूमियत के साथ विस्तार से बताया।इस पर बीईओ ने घटना को लेकर जांच दल गठित करने की बात कही है।साथ ही जाँच के बाद प्रतिवेदन कार्यवाही हेतु वरिष्ठ कार्यालय भेजने के बारे में बताया है।इसके साथ ही पीडिता के परिजनों ने पुलिस थाने में भी आवेदन दिया है।पीडिता के माँ ने बताया की जिसने बालिका को मारा है वो उनकी टीचर नही है,बल्कि प्रिंसिपल हेमंत गुप्ता की लडकी है जिसका नाम ख्याति गुप्ता है।वो स्कूल में आती रहती है और बच्चो को हिंदी व संस्कृत पढाती है।इधर प्रिंसपल का पक्ष जानने के लिए मोबाईल के साथ स्कूल,घर सब जगह सम्पर्क किया,लेकिन वह उपलब्ध नही हो पाए।हालांकि वे इसे एक्सीडेंट ही बता रहे है।
मार तो खाना पड़ेगी….
मासूम बालिका ने बताया की 29 नवंबर को शुक्रवार को स्कूल में ख्याति दीदी ने हमारा संस्कृत का टेस्ट लिया।जबकि 30 नवंबर शनिवार को हमारा रिजल्ट आया था। जिसमे मेरे 15 में से 3 नम्बर आए।ऐसा केवल मेरे साथ नही बल्कि पूरी क्लास के नम्बर कम थे,केवल तीन बच्चो के नम्बर ही अच्छे थे।तो सभी को पहले स्केल से मारा।एक छात्रा को मारते समय जब स्केल टूट गया तो फिर सभी को डंडे से मारा। मुझे तीन बार हाथ में मुझे डंडे से मारा।मारने पर तेज दर्द हुआ तो मै रोने लगी तो बोली की रोने दो,थोड़ी देर में चुप हो जाएगी। लंच की छुट्टी होने पर मुझे दो मैडम के पास ले जाकर बैठा दिया।उसके बाद भी जब मेरे हाथ का दर्द बंद नही हुआ तब कही जाकर मुझे अस्पतल ले गए।
प्रिंसिपल ने बालिका को झूठ बोलने के लिए कहा….
पीडिता की माँ ने बताया की जब पीडिता को मारा गया तो इसकी जानकारी परिजनों को नही दी गई।काफी देर के बाद प्रिंसिपल गुप्ता पीडिता को अपने साथ डॉ दिनेश ठाकुर के पास ले गए।जब एक्सरे हुआ तो पता चला की हाथ फ्रेक्चर हो गया।जिसके बाद पीडिता की माँ को बुलाया।यहाँ प्रिंसिपल ने बच्ची की माँ से कहा की ये मत बोलना की मारने से हड्डी टूटी है। जबकि उसे गिरने का बता देना अन्यथा डॉक्टर ईलाज नही करेंगे।हालांकि दुसरे दिन ही पीडिता की माँ इस मामले को लेकर थाने पहुंच गई थी।
थाना प्रभारी बलराम सिंह राठौर ने बताया की बच्ची का मेडिकल कराया है। एक्सरे में फ्रेक्चर आया है। सम्बन्धित धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
डॉक्टर दिनेश ठाकुर ने बताया की मारने के कारण बालिका के कंधे पर फ्रेक्चर आया है। जबकि हाथ में भी बालिका को दर्द था।लेकिन केवल नसों में चोट आई है।15 दिन के लिए बालिका को कच्चे प्लास्टर चढ़ाए रखने की हिदायत दी है।15 दिन बाद फिर से जांच की जाएगी।