बीसीसीआई ने 19 सितंबर से शुरू होेन वाले पहले टेस्ट के लिए रविवार को 16 सदस्यीय भारतीय टीम घोषित कर दी है। इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में सरफराज खान के साहसिक रवैये ने सभी को प्रभावित किया लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ भारत के सत्र की शुरूआती टेस्ट श्रृंखला के लिए अंतिम एकादश का चयन करने की बात आयेगी तो केएल राहुल का अनुभव उन्हें फायदा दिलायेगा। टीम प्रबंधन और चयन समिति का पूरा ध्यान नवंबर-दिसंबर में होने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है और राहुल को 50 टेस्ट मैचों के खेलने का अनुभव है जिससे उन्हें फायदा होगा।
टीम प्रबंधन के लिए यह एक युवा खिलाड़ी (सरफराज) की निडरता तथा टेस्ट कप्तान रहे एक अनुभवी खिलाड़ी के बीच चयन है जो एक दशक से राष्ट्रीय टीम का हिस्सा है। बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, बाहर के लोगों को यह समझ में नहीं आता कि टीम कैसे काम करती है और किस तरह की व्यवस्था होती है। केएल ने हैदराबाद में अपने पिछले टेस्ट में 86 रन बनाए। उन्हें टीम से बाहर नहीं किया गया बल्कि वह चोटिल हो गए। इसलिए वह फिट और उपलब्ध हैं। हालांकि 50 टेस्ट के बाद राहुल का औसत 35 से कम है जो इतना अच्छा नहीं है। लेकिन सिडनी, लॉर्ड्स, ओवल, सेंचुरियन जैसे बड़े विदेशी मैदानों पर रन बनाना कर्नाटक के इस खिलाड़ी को आगे रखता है।
कुलदीप बनाम अक्षर
एक और स्थान के लिए कुछ करीबी प्रतिस्पर्धा हो सकती है। तीसरे स्पिनर के स्थान के लिए कुलदीप यादव और अक्षर पटेल के बीच मुकाबला है। हाल में दिलीप ट्रॉफी के पहले दौर के मैच में अक्षर और कुलदीप ने अपनी टीमों के लिए विपरीत प्रदर्शन किया। अक्षर ने अनंतपुर में 86 रन बनाने के अलावा तीन विकेट लिए तो वहीं कुलदीप थोड़े खराब फॉर्म में दिखे लेकिन कुलदीप को 2022 की विदेशी श्रृंखला में बांग्लादेश के खिलाफ सफलता मिली है और वैरिशन के बूते वह बेहतरीन बल्लेबाजी ट्रैक पर अक्षर से बेहतर दांव हैं। 19 वर्षीय मुशीर खान भारत-ए के ऑस्ट्रेलिया के दौरे के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जिसमें चार दिवसीय तीन टेस्ट होंगे। निरंतरता की बात ऋषभ पंत और ध्रुव जुरेल के बीच भी लागू रहेगी। जुरेल एक बेहतरीन प्रतिभा हैं और उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन पंत एक बेहतरीन टेस्ट खिलाड़ी हैं।