एस्ट्रोजन के कारण महिलाओं में नहीं होता गंजापन
बालों को गंभीरता से लेने की सारी जद्दोजहद और कोशिश तब शुरू होती है, जब ये झड़ने शुरू हो जाते हैं। यूं तो बालों का झड़ना काफी सामान्य बात है। एक उम्र के बाद बाल झड़ते ही हैं, लेकिन मुश्किल तब होती है, जब यह परेशानी बच्चों और युवाओं को होने लगे या अचानक बहुत ज्यादा मात्रा में बाल गिरने लगें। अमेरिकन एकेडमी ऑफ डमेर्टोलॉजी के मुताबिक, महिलाओं के शरीर में टेस्टोस्टेरॉन के साथ एस्ट्रोजन हॉर्मोन भी होता है।
यह हॉर्मोन उनके शरीर में एक प्रोटेक्टिव शील्ड की तरह काम करता है। एक समय तक यह हार्ट अटैक से लेकर कई गंभीर बीमारियों से भी महिलाओं का बचाव कर रहा होता है। एस्ट्रोजन के कारण महिलाओं में पुरुषों की तरह गंजापन नहीं होता। एक दिन में किसी शख्स के 50 से 100 बाल झड़ना आम बात है। अगर किसी के सिर पर 100,000 (1 लाख) बाल हैं तो ऐसे समझिए कि यह बहुत गौर करने वाली बात नहीं है। यह एक साइकल की तरह है कि कुछ बाल जाते हैं तो उनकी जगह नए बाल आ जाते हैं। हमारे बाल शैंपू करने या कंघी करने से नहीं गिरते हैं।
असल में ये स्कैल्प यानी अपनी जड़ से पहले ही अलग हो चुके होते हैं। शैंपू और कंघी इनका काम आसान कर देते हैं। बालों को साफ रखने से इनमें मजबूती आती है। इससे इनकी जड़ों में किसी तरह के इन्फेक्शन का जोखिम कम हो जाता है। बाल झड़ने की असली वजह पोषक तत्वों की कमी है। अगर डाइट में हरी सब्जियां, फल, और जरूरी विटामिन (D, B-12 और E), मिनरल्स (आयरन और कैल्शियम) की कमी है तो इसका सीधा असर बालों पर भी पड़ता है। इसके अलावा अगर बालों को सही मात्रा में प्रोटीन नहीं मिल पा रहा है तो इसका मतलब कि बालों को पोषण नहीं मिल रहा है। इससे भी बाल गिर सकते हैं। हर व्यक्ति के बाल झड़ने के पीछे कई संभावित कारण हो सकते हैं।