राजगढ़। जिले में लगातार लुटेरी दुल्हन शादी के नाम पर कई परिवारों को लूटते हुए उन्हें तबाह और बर्बाद करने के मामले लगातार सामने आते रहे हैं। कई मामलों में बड़ी रकम लेकर दलाल के माध्यम से शादी की रस्म पूरी करने के बाद पति को चकमा देकर भागने के मामले भी कई बार सामने आए हैं।जिसमें लाखों रुपए की चपत लगाकर या नशीले पदार्थ भोजन में मिलाकर दुल्हन ससुराल छोड़कर दलालों के साथ चली जाती है। लेकिन हाल ही में एक ऐसा मामला कालीपीठ थाने के अंतर्गत सामने आया।
जिसमें इसके पहले की लुटेरी दुल्हन पैसे लूटकर व घर वालों को नींद की गोलियां खिलाकर भाग पाती अहिंसा वेलफेयर सोसाइटी की मदद से पुलिस ने इस पूरे मामले से पर्दा उठाते हुए फरियादी की रकम भी वापस लौटाई है। क्योंकि इस मामले में कुछ दिन पहले ही सेमली निवासी जितेंद्र गोड से मां जालपा मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से शादी करते हुए दलाल के माध्यम से 2 लाख रुपए की राशि ली गई थी। इसकी जानकारी जब दलाल महिला ने अहिंसा वेलफेयर सोसाइटी के मेंबर को लुटेरी दुल्हन को एक परिवार में बंदी बनाकर रखने की जानकारी दी तो टीम मौके पर पहुंची और टीम ने जब मामले को समझा तो दुल्हन ही लुटेरे निकली। इसकी संपूर्ण जानकारी टीम मेंबर द्वारा पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा व संबंधित थाने के प्रभारी को दी गई इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उस पर से पर्दा उठाने के लिए जांच टीम गठित की और लुटेरी दुल्हन से परिवार को बचाया।
एसपी की सतर्कता से बचा परिवार, पैसे हुए वापस।
22 जुलाई को थाना कालीपीठ पहुंचकर फरियादी जितेंद्र पिता हीरालाल गॉड ने एक लिखित आवेदन पेश किया कि उसके साथ 2 लाख लेकर महिला द्वारा षडयंत्र पूर्वक शादी करा कर शादी के 10 दिन बाद अपनी गैंग के साथ फरार होने का उल्लेख किया गया। जिसकी जांच पर थाना कालीपीठ में भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा ने एक टीम का गठन किया। जिसमें थाना प्रभारी रजनीश सिरोटिया को टीम की कमान सौंपते हुए मामले में जांच करते हुए चार आरोपीगण लुटेरी दुल्हन पूनम रायकर उम्र 24 साल निवासी भीम नगर नागपुर के साथ ही उसके पति दुर्गेश पिता राजकुमार रायकर उम्र 29 साल व मां प्रगति जमबुलकर एवं दलाल महिला कंचन विश्वकर्मा निवासी बैतूल को आरोपी बनाते हुए फरियादी जितेंद्र गोड को राशि भी वापस कराई।
नींद की गोलियां खिला कर भागने की थी तैयारी।
लुटेरी दुल्हन के माध्यम से की जाने वाली यह कोई पहली शादी नहीं थी। इसके पहले भी वह दो शादियां और कर चुकी है। पुलिस ने जब सख्ती से लुटेरी दुल्हन से पूछताछ की तो बताया कि मैं 50 हजार की राशि लेकर 8 दिन की मोहलत पर दलाल के माध्यम से शादी करके आई थी। लेकिन जब किसी प्रकार से भागने का मौका नहीं मिला तो अब मैं परिवार को नींद की गोलियां खिलाकर भागने की तैयारी में थी। इसके पहले ही मामले से पर्दा उठ गया। पुलिस ने लुटेरी दुल्हन के बैग आदि सामान के साथ ही नींद की गोलियां भी जप्त की। उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी रजनीश सिरोटिया ,उपनिरीक्षक अरुण जाट ,सब उप निरीक्षक कैलाश यादव ,प्रधान आरक्षक बालिस्टर, आरक्षक गौतम ,राहुल ,महिला आरक्षक काजल शर्मा, मनीता सैनिक ,शाहरुख व साइबर सेल के प्रधान आरक्षक कुलदीप, आरक्षक रश्मि, आरक्षक अशोक का विशेष योगदान रहा।