राजगढ़। जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बखेड़ गांव में आपसी विवाद के चलते विवाद व मारपीट के चलते जहां एक बुजुर्ग महिला की जान चली गई वहीं कई लोग झगड़े के दौरान घायल भी हो गए जब महिला को गंभीर देखा तो उसे खुजनेर अस्पताल लाया गया जहां महिला को डाक्टर द्वारा मृत घोषित कर दिया ।और पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम रूम में रखवाते हुए गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम कराते हुए शव परिजनों को सौंप दिया था।
लेकिन उक्त समय तक झगड़ा करने वाले आरोपियों पर एफआईआर नहीं होने की सूचना जब परिजनों को लगी तो उन्होंने ग्रामीणों के साथ व अपने रिश्तेदारों के साथ शव को थाने के सामने सड़क पर रखते हुए पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इससे जहां 4 घंटे से भी अधिक समय तक पचोर जीरापुर हाईवे पर जाम लग रहा। वहीं देर समय तक चले इस हंगामे के बाद राजगढ़ एसडीओपी दिनेश शर्मा खुजनेर पहुंचे जहां उन्होंने परिजनों को समझाते हुए मामले में कार्यवाही करने व जिस प्रकार की घटना हुई है उसमें जांच कराते हुए एफआईआर करने की बात कही। इसके बाद परिजनों ने शव को सड़क से उठाया और हाईवे को जाम से मुक्त करते हुए शव लेकर अपने गांव बखेड पहुंचे जहां अंतिम संस्कार किया गया।
क्या है मामला
महिला के पुत्र अनार सिंह व पिता प्रभु लाल के साथ ही अन्य परिजनों की माने तो उन्होंने बताया की बुधवार रात करीब 8:00 हम सभी परिवारजन घर के पास खड़े हुए थे। इस दौरान गांव के जगदीश पिता रामचंद्र, रामबाबू पिता रामचंद्र,गोरेलाल पिता रामचंद्र जाती दांगी व उनके घर के अन्य तीन-चार सदस्य महिलाओं सहित इकट्ठे होकर आए और छोटे भाई चैन सिंह से विवाद होने की बात पर हमें मां बहन की गंदी-गंदी गालियां देकर मारपीट शुरू कर दी जिसमें अनार सिंह को गाल व मुंह व पीठ पर चोट लगी तथा उसके पिता प्रभु लाल को पीठ, हाथ, पैर व गाल पर चोट लगी तथा फरियादी अनार सिंह की मां धापू बाई को मारपीट कर जमीन पर गिरा दिया जिससे धापू बाई की मृत्यु हो गई।
इनका कहना
मृतक महिला के परिजनों व ग्रामीणों द्वारा शव सड़क पर रखकर जाम लगाने की सूचना प्राप्त हुई थी इसके बाद में स्वयं मौके पर पहुंचा और परिजनों को समझाइश देते हुए जाम खुलवाया। साथ ही मामले में अभी एफआईआर हो चुकी है। और पुलिस जांच करते हुए आगे की कार्यवाही करेगी।